ज़ायोनी शासन द्वारा फ़िलिस्तीनियों के घर तोड़ने पर फ़्रांस ने तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
फ़्रांस ने कहा है कि फ़िलिस्तीनियों के घरों को अकारण तोड़ा जाना, अन्तर्राष्ट्रीय नियमों का खुला उल्लंघन है।
फ्रांस के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि हम इस्राईल से मांग करते हैं कि वह यह काम न करे क्योंकि यह अन्तर्राष्ट्रीय नियमों के विरुद्ध है। प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष इस्राईल द्वारा फ़िलिस्तीनियों के घरों को तोड़े जाने की यह तीसरी घटना है जो वास्तव में खेदजनक है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हाल ही में फ़िलिस्तीनियों की कृषि की भूमिकों को क्षति पहुंचाई गई थी।
फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि बड़े खेद की बात है कि दक्षिणी अलख़लील नगर में भी एेसी कई परियोजनाओं को ज़ायोनी शासन ने क्षति पहुंचाई जिसके लिए धन, यूरोपीय संघ ने दिया था।
ज्ञात रहे कि इससे पहले फ़िलिस्तीन की मानवाधिकार संस्था ने बताया था कि इस वर्ष के आरंभ में इस्राईल ने जार्डन नदी के पश्चिमी तट पर फ़िलिस्तीनियों के लगभग 168 घर गिरा दिये जिसके कारण 740 फ़िलिस्तीनी बेघर हो गए जिनके पास अबतक कोई रहने का सहारा नहीं है।