लेबनान में मीशल औन के राष्ट्रपति बनने से इस्राईल की चिंता बढ़ गयी है।
ज़ायोनी शासन की सुरक्षा कैबिनेट के पूर्व सदस्य यईर लपीद ने मीशल औन के लेबनान के राष्ट्रपति बनने पर चिंता जताते हुए स्वीकार किया कि यह चीज़ हिज़्बुल्लाह की स्वाभाविक जीत और लेबनान के राजनैतिक मंच पर प्रतिरोध के प्रभाव को दर्शाती है।
नेतनयाहू के निकटवर्ती समझे जाने वाले ज़ायोनी अख़बार द डेली इस्राईल ने भी लेबनान के राष्ट्रपति के चयन की समीक्षा में लिखा है कि मीशल औन इस्राईल के मुक़ाबले में हैं।
ज्ञात रहे लेबनान की संसद ने 31 अक्तूबर 2016 को इस देश के ‘बदलाव व सुधार’ धड़े के अध्यक्ष मीशल औन को देश के नए राष्ट्रपति के रूप में चुना है।
मीशल औन लेबनान में लगभग ढाई साल तक राष्ट्रपति के पद के ख़ाली रहने के बाद इस देश के 13वें राष्ट्रपति चुने गए।