लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध संगठन हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने कहा है कि हिज़्बुल्लाह देश में नयी सरकार के गठन का समर्थन करता है।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने शुक्रवार को हिज़्बुल्लाह के कमान्डर हाज मुस्तफ़ा शहादा को श्रद्धांजलि पेश किए जाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यद्यपि हिज़्बुल्लाह ने प्रधानमंत्री पद के लिए साद हरीरी का समर्थन नहीं किया है किन्तु मंत्रीमंडल के गठन के लिए उनके साथ किसी भी प्रकार के सहयोग में संकोच नहीं करेगा।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के समस्त राजनैतिक दलों से कहा है कि वे नयी सरकार के गठन के लिए आवश्यक सहयोग करें।
हिज़्बुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह ने इस बात की ओर संकेत करते हुए कि देश के नये राष्ट्रपति के चयन का मुख्य कारण सहृदयता थी, लेबनान जनता से मांग की है कि वह एकजुट रहकर अशांति और चुनौतियों का मुक़ाबला करें।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने लेबनान के नये राष्ट्रपति मिशल औन को हिज़्बुल्लाह का विश्वसनीय बताया और कहा कि हिज़्बुल्लाह ने मिशल औन के साथ कोई राजनैतिक समझौता नहीं किया है।
हिज़्बुल्लाह के महासचिव ने इसी प्रकार देश के संसद सभापति नबीह बिर्री की संसद में राष्ट्रपति के चयन की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए प्रशंसा की।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने क्षेत्र के संकट के बारे में कहा कि इस संकट का बेहतरीन विकल्प धैर्य है क्यों कि हर प्रकार का टकराव और झड़पें ज़ायोनी शासन के हित में हैं।
उन्होंने लेबनान के राष्ट्रपति के चयन में ईरान और सीरिया की भूमिका के बारे में कहा कि ईरान और सीरिया ने सदैव इस बात पर बल दिया कि लेबनान के राष्ट्रपति का चयन केवल लेबनानी जनता द्वारा ही हो।