एक इस्राईली धर्मगुरू ने ज़ायोनी टेलीवीजन चैनल से बात करते हुए ज़ायोनी शासन की कमज़ोरी और बाहरी दिखावे पर आधारित सैयद हसन नसरुल्लाह के बयान की पुष्टि की है।
ज़ायोनी शासन के एक वरिष्ठ धर्मगुरू ने ज़ायोनी शासन के टेलीवीजन चैनल-10 से बात करते हुए लेबनान के इस्लामी प्रतिरोध संगठन हिज़्बुल्लाह के महासचिव की इस मिसाल की ओर संकेत करते हुए कि इस्राईल मकड़ी के जाल से भी कमज़ोर है, कहा कि मैं समझता हूं कि सैयद हसन नसरुल्लाह हम से बेहतर तरीक़े से हमारे शासन को पहचानते हैं।
ज़ायोनी शासन के इस धर्म गुरू का कहना है कि जब सैयद हसन नसरुल्लाह ने इस्राईल को मकड़ी के जाले से कमज़ोर बताया था तो हमने उस समय उनके बयान को इस्राईल के विरुद्ध मनोवैज्ञानिक युद्ध समझा था कि यह बातें हिज़्बुल्लाह के प्रतिरोधकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए कही गयी है किन्तु मैं यह समझता हूं कि सैयद हसन नसरुल्लाह, हम से बेहतर इस्राईल को समझते हैं।
इस यहूदी धर्मगुरू ने हालिया दिनों में हैफ़ा में भीषण आग और उस पर नियंत्रण पाने में इस्राईली शासन की अक्षमता की ओर संकेत करते हुए कहा कि आग लगे हुए कई दिन हो गये किन्तु हमारी पराजित सरकार उस पर नियंत्रण पाने में सफल नहीं हो सकी। अब मुझे विश्वास नहीं है कि क्षेत्र में युद्ध आरंभ होने की स्थिति में इस्राईल कम से कम अपनी जनता की रक्षा में सफल नहीं हो सकेगा।
इस इस्राईली धर्म गुरू ने कहा कि दुनिया ने 2000 और 2006 में हमारा मज़ाक़ उड़ाया और नितिन याहू के कारण, दुनिया पहले से अधिक हम पर हंस रही है।