लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन के महासचिव ने मंगलवार को लेबनान के वरिष्ठ धर्मगुरु शेख अब्दुन्नासिर जबरी के श्रद्धांजिल अर्पित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान इस्लामी जगत के विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार पेश किये।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इस्लामी जगत को इस समय चरमपंथ नाम के एक अत्याधिक भयानक खतरे का सामना है इस लिए हमें उन सभी लोगों के मुक़ाबले में खड़े हो जाना चाहिए जो इस्लाम में चरमपंथ फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि तकफीरी विचार धारा इस्लामी जगत में उत्पन्न होने वाली सब से अधिक घातक चीज़ है और कुछ जगहों में शिया मुसलमान भी विशेष प्रकार की नीति अपनाते हैं जिन्हें ब्रिटिश शिया कहा जाता हैऔर जैसा कि ईरान के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा खामेनई ने कहा है इस विशेष प्रकार के शिया गुट ने भी तकफीरियों की नीति अपनायी है और इस्लामी आस्थाओं का अपमान करते हैं।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इन दोनों प्रकार की तकफीरी विचारधारा रखने वालों के पास सेटेलाइट टीवी चैनल और संचार माध्यम हैं किंतु इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन के टीवी चैनल पर अरब और नाइल सेट ने प्रतिबंध लगा रखा है और यह कोई संयोग नहीं है।
सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि इस्लामी राष्ट्र किसी भी दशा में फिलिस्तीन के मुद्दे से पीछे नहीं हटेगा और इस राह में किसी भी प्रकार के बलिदान में संकोच नहीं करेगा।