इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर चुनाव में जनता की भरपूर उपस्थिति, शत्रु की नज़र में ईरानी राष्ट्र के वैभव का कारण बनेगी।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने रविवार को तेहरान में शिक्षकों से भेंट की। इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने इस भेंट में चुनाव को अति महत्वपूर्ण विषय बताया। उन्होंने कहा कि इस्लामी लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव को विशेष महत्व प्राप्त है।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि 19 मई 2017 को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में जनता की भरपूर उपस्थिति, ईरान के वैभव और गौरव का कारण बनेगी। उन्होंने कहा कि जनता की इस प्रकार की उपस्थिति के कारण शत्रु किसी भी स्थिति में ईरानी राष्ट्र पर अपनी इच्छा को थोप नहीं सकता।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि शत्रुओं की शत्रुता के मुक़ाबले में सबसे बड़ी बाधा, विभिन्न क्षेत्रों में जनता की भागीदारी है। आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने स्पष्ट किया कि चुनाव का महत्वपूर्ण विषय, मतदान केन्द्रों पर जनता की भरपूर उपस्थिति है। इससे यह पता चलता है कि ईरान की जनता इस्लाम और व्यवस्था की सुरक्षा के लिए सदैव तैयार है।
शिक्षक दिवस के अवसर पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश का शिक्षा विभाग यदि सही योजनाओं के अनुसार आगे बढ़ता रहे तो ज्ञान एवं विज्ञान की दृष्टि से ईरान समृद्ध होगा।