पोप ने कहा है कि अमरीका के सबसे बड़े बम को “सभी बमों की मां” का नाम देना लज्जाजनक है।
दुनिया में कैथलिक ईसाइयों के धर्मगुरु पोप फ़्रांसिस ने उस बम को “सभी बमों की मां” कहना लज्जाजनक बताया जिसे अभी हाल में अमरीका ने पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के एक क्षेत्र में टेस्ट किया। इस बम को आधिकारिक रूप से जीबीयू-43/बी एमओएबी नाम दिया गया है।
संवाददाता के अनुसार, पोप फ़्रांसिस ने मई के चौथे हफ़्ते में अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के प्रस्तावित वेटिकन दौरे से पूर्व, शनिवार को बल दिया कि इस बम का नाम लज्जाजनक है क्योंकि “माँ ज़िन्दगी देती है जबकि बम ज़िन्दगी छीनता है।”
ग़ौरतलब है कि 13 अप्रैल को अमरीकी सेना ने पूर्वी अफ़ग़ानिस्तान के नंगरहार प्रांत के ‘आचीन’ शहर के उपनगरीय भाग में सबसे बड़े ग़ैर परमाणु बम का टेस्ट किया जिसमें 100 के क़रीब लोग मारे गए। मरने वालों में कथित रूप 94 मिलिटेंट्स थे।
इस बम के इस्तेमाल के कारण अफ़ग़ान जनता में भय फैल गया है।
इससे पहले भी पोप फ़्रांसिस ने अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प की मैक्सिको की सीमा पर दीवार के निर्माण सहित, दुश्मनी भरी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा था, “जो व्यक्ति पुल के बजाए दीवार की बात करे वह ईसाई नहीं है।”