इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने विश्व कु़द्स दिवस को अत्याधिक महत्वपूर्ण बताया और बल दिया कि यह महत्वपूर्ण दिन, एक पीड़ित राष्ट्र के प्रति समर्थन की घोषणा ही नहीं बल्कि विश्व के साम्राज्यवादियों के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक है।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली खामेनई ने बुधवार की शाम, ईरानी विश्व विद्यालयों के कुछ शिक्षकों , अध्ययनकर्ताओं और बुद्धिजीवियों से मुलाक़ात की ।
वरिष्ठ नेता ने इस मुलाक़ात में आगामी दिनों में विश्व कुद्स दिवस के आयोजन का उल्लेख किया और कहा कि विश्व क़ुद्स दिवस मनाना , एक विस्थापित व पीड़ित राष्ट्र का समर्थन करना ही नहीं है बल्कि आज फिलिस्तीन का समर्थन, फिलिस्तीनी समस्या से कहीं अधिक बड़ी सच्चाई का समर्थन है।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि ज़ायोनी शासन से संघर्ष साम्राज्यवादी व वर्चस्वादी व्यवस्था के खिलाफ किया जाने वाला संघर्ष है और इसी लिए अमरीकी राजनेता, इसे अपने प्रति दुश्मनी और हानिकारक समझते हैं।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली खामेनई ने इसी प्रकार अपने भाषण के एक हिस्से में शिक्षक के दायित्वों का उल्लेख किया और अतीत में ईरान में शिक्षा क्षेत्र का समस्याओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि पहलवी शासन काल में वर्षों तक पश्चिमियों ने किसी भी दशा में महत्वपूर्ण वैज्ञनिक प्रगति से हमारे विश्व विद्यालयों को अवगत नहीं कराया और उन्होंने ईरानी विश्व विद्यालयों को पश्चिमी मान्यताओं और मूल्यों के स्थानान्तरण का केन्द्र बना दिया था जिसकी वजह से वहां हर प्रकार के विकास का रास्ता बंद हो गया था। (Q.A.)