इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने सीरिया में ईरान और रूस केअच्छे सहयोग के अनुभव की ओर संकेत करते हुए कहा कि इस सहयोग से यह सिद्ध हो गया कि तेहरान और मॅास्को, कठिन क्षेत्रों में , संयुक्त उद्देश्यों की पूर्ति कर सकते हैं।
बुधवार की शाम रूस के राष्ट्रपति विलादीमीर पुतीन ने इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सयैद अली ख़ामेनेई से तेहरान में मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में वरिष्ठ नेता ने कहा कि कुछ विदेशियों के समर्थन प्राप्त तकफ़ीरी आतंकवादियों के मुक़ाबले में तेहरान और मास्को के संयुक्त रूप से डटे रहने के महत्वपूर्ण परिणाम सामने आए हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीरिया में आतंकवादियों के समर्थक अमरीकी गठबंधन की पराजय, अटल सच्चाई है किन्तु वे अब भी षड्यंत्र रचने में व्यस्त हैं, इस आधार पर सीरिया के मामले के संपूर्ण समाधान के लिए मज़बूत सहयोग का जारी रहना आवश्यक है।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि सीरिया की जनता को ही अपने देश के बारे में फ़ैसला करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि सीरिया की सरकार के बारे में समस्त समस्याएं और समस्त मामले देश के भीतर ही हल होने चाहिए तथा सीरिया की सरकार को कोई भी योजना लागू करने के लिए किसी के दबाव में नहीं आना चाहिए और उसको एेसे समाधान पेश करने चाहिए जिनसे सब सहमत हों।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने ईरान और रूस के विरुद्ध प्रतिबंधों से संयुक्त रूप से मुक़ाबले के लिए सहयोग को लाभदायक बताया और कहा कि देशों के संबंधों को कमज़ोर करने के लिए दुश्मनों के प्रोपेगेडों की अनदेखी करते हुए ईरान और रूस अमरीकी प्रतिबंधों को , डाॅलर में लेन -देन को समाप्त करके और द्विपक्षीय व बहुपक्षीय आर्थिक मामलों में राष्ट्रीय करेंसी का प्रयोग करने सहित विभिन्न शैैलियों से प्रभावहीन बना सकते हैं और अमरीका को अलग- थलग कर सकते हैं।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सयैद अली ख़ामेनेई ने इसी प्रकार कहा कि यमन में प्रतिदिन के अपराध सहित कुछ देशों में सऊदी अरब के रक्त रंजित हस्तक्षेप के कारण रियाज़ गहरी खाई में फंस गया है। उन्होंने कहा कि सऊदी अधिकारी यमन की अत्याचारग्रस्त जनता तक जो जानलेवा और प्राणघातक बीमारियों में ग्रस्त हैं, सहायता और दवाएं पहुंचाने की अनुमति नहीं देते।
वरिष्ठ नेता ने इस मुलाक़ात में जेसीपीओए तथा बहुपक्षीय समझौतों का सम्मान करने की आवश्यकता के बारे में रूस के राष्ट्रपति विलादीमीर पुतीन के बयान को अच्छा बताया और कहा कि खेद की बात यह है कि अमरीकी उल्लंघन जारी रखे हुए हैं इसीलिए बुद्धि पर भरोसा करते हुए तथा सही मार्गों से लाभ उठाते हुए उनका मुक़ाबला किया जाना चाहिए।
रूस के राष्ट्रपति ने भी इस मुलाक़ात में अपनी तेहरान यात्रा और इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सयैद अली ख़ामेनेई से अपनी मुलाक़ात पर बहुत अधिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि हम ईरान को अपना स्ट्राटैजिक सहयोगी और महान पड़ोसी समझते हैं और समस्त क्षेत्रों में सहयोग के विस्तार के लिए हर अवसर से लाभ उठाएंगे।
रूसी राष्ट्रपति ने इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सयैद अली ख़ामेनेई के दृष्टिकोण को सीरिया में संयुक्त लक्ष्यों के व्यवहारिक होने में बहुत प्रभावी और बुद्धिमत्तापूर्ण बताया और कहा कि सीरिया सहित किसी भी देश में कोई भी परिवर्तन देश के भीतर से ही होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि माॅस्को जेसीपीओए का समर्थन करता है और माॅस्को का यह मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेन्सी के मुख्य सिद्धांतों में परिवर्तन सही काम नहीं है तथा रूस रक्षा मामलों सहित दूसरे मामलों से ईरान के परमाणु कार्यक्रम को जोड़े जाने का विरोधी है।