तेहरान के इमामे जुमा ने नमाज़े जुमा का ख़ुतबा देते हुए कहा है कि बैतुल मुक़द्दस की रक्षा केवल बयान जारी करके नहीं की जा सकती।
हुज्जतुल इस्लाम सिद्दीक़ी का कहना था कि अमरीकी राष्ट्रपति डोन्लड ट्रम्प द्वारा बैतुल मुक़द्दस को इस्राईल की राजधान घोषित करने के मुक़ाबले में इस्लामी देशों को चाहिए कि वह अमरीकी दूतावासों को बंद करें और अमरीकी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाएं।
नमाज़े जुमा के भाषण में उन्होंने कहा कि इस्लामी देशों को इस्राईली और अमरीकी उत्पादों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, ताकि अमरीका अपनी मूर्खतापूर्ण नीतियों को त्यागने पर मजबूर हो जाए।
हुज्जतुल इस्लाम सिद्दीक़ी का कहना था कि ट्रम्प का यह फ़ैसला वास्तव में अवैध ज़ायोनी शासन को वैधता प्रदान करने की कोशिश है।
हालांकि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इससे पहले 2 प्रस्ताव पारित करके बैतुल मुक़द्दस (यरूशलम) पर इस्राईल के क़ब्ज़े की निंदा की थी और इस पर फ़िलिस्तीनियों के अधिकार को स्वीकार किया था।