फ़िलिस्तीनी संगठन हमास ने इस्राईली सैनिकों को बंधक बनाकर इस्राईली जेलों से फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की रिहाई की स्ट्रैटेजी पर कामयाबी से अमल किया है और इस रणनीति से हमास ने भारी संख्या में क़ैदियों को रिहा कराया है।
इस बार हमास ने इस्राईली कमांडरों की लिस्ट तैयार की है और उन्हें बंधक बनाने का रोडमैप तय किया है इससे इस्राईली सैनिकों में ख़ौफ़ फैल गया है। इसका कारण यह है कि हमास ने इस्राईली सैनिकों को बंधक बनाने के लिए हार बार नई शैली की योजनाबंदी की जो कामयाब रही है।
इस्राईली विशेषज्ञों का कहना है कि इस्राईल के लिए सबसे बुरी स्थिति यही होती है कि हमास के हाथों उसका कोई सैनिक पकड़ा जाए। शालीत नाम के सैनिक को हमास ने क़ैदी बनाने के बाद उसकी रिहाई के बदले भारी संख्या में फ़िलिस्तीनी क़ैदियों को रिहा करवा लिया था। इसकी पीड़ा इस्राईल को आज भी है।
इस्राईली प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए सरकुलर जारी किया है कि वह बहुत अधिक सतर्कता बरतें। इस्राईल डिफ़ेन्स वेबसाइट ने आंतरिक सुरक्षा एजेंसी के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें कहा गया है कि फ़िलिस्तीनी संगठनों विशेष रूप से हमास ने इस्राईली सैनिकों को गिरफ़तार करने की योजना बना रखी है। इसी लिए इस्राईली सैनिकों की गतिविधियों के बारे में जानकारियां एकत्रित कर रहा है।
इसकी भनक मिलते ही इस्राईली सेना ने अपने सैनिकों को निर्देश दिया है कि वह किसी भी अनजानी गाड़ी में सवार होने से बचें। हमास ने अपनी सैनिक शाखा के सदस्यों को 18 पृष्ठों पर आधारित योजना सौंपी है जिसमें बताया गया है कि इस्राईली सैनिकों और विशेष रूप से जनरलों को किस प्रकार पकड़ा जा सकता है।
इस्राईली अख़बार यदीऊत अहारोनोत के स्ट्रैटेजिक मामलों के टीकाकार रोनीन पेयर्गमैन ने अपनी किताब क़ैदियों को छुड़ाने की इस्राईल की ख़ुफ़िया जंग में लिखा है कि हमास ने 18 पृष्ठों की एक दस्तावेज़ अपनी सैनिक शाखा के सदस्यों को सौंपी है। इसमें विस्तार से बताया गया है कि किस तरह इस्राईली सैनिकों को बंधक बनाया जा सकता है। इसमें यह भी कहा गया है कि बंधक बनाने के आप्रेशन में शामिल लोगों के लिए ज़रूरी है कि हेब्रू भाषा की पूरी जानकारी रखते हों, वह आप्रेशन के दौरान एक शब्द भी अरबी भाषा का प्रयोग न करें। बंधक बनाने के लिए एसे सैनिक या कमांडर को चुने जो शारीरिक रूप से बहुत मज़बूत न हो। बारिश का समय बंधक बनाने के लिए बहुत उचित है और इस आप्रेशन में साइलेंसर युक्त रिवाल्वर प्रयोग किए जाएं। जिस गाड़ी की मदद से सैनिक को बंधक बनाया गया है उसे तत्काल दूसरी गाड़ी से बदल लिया जाए।
पेयर्गमैन ने अपनी पुस्तक में यह भी लिखा है कि इस्राईली सेना ने 1800 नए सैनिकों की भर्ती की जिन्हें तीन अलग अलग भागों में बांटा गया है और उन्हें बंधक बनाने के आप्रेशन को नाकाम बनाने की ट्रेनिंग दी गई हैं। यह ट्रेनिंग इस्राईली सेना के वरिष्ठ जनरलों की निगरानी में हुई है।
इस्राईली सेना का कहना है कि हमास के पास इस्राईल के 100 बड़े जनरलों के नामों की सूची है। इस्राईली अख़बारों ने एक इस्राईली कमांडर के हवाले से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसके अनुसार हमास की नज़र विशेष रूप से पायलटों और वायु सेना के कमांडरों पर है।
इन सूचनाओं के बाद इस्राईल ने अपने वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की सुरक्षा और भी बढ़ा दी है क्योंकि इस्राईल को यह पता चल गया है कि हमास ने इस्राईली कमांडरों की गतिविधियों की व्यापक जानकारियां हासिल कर ली हैं।
यह भी उल्लेखनीय है कि इस समय भी हमास के क़ब्ज़े में इस्राईल के दो सैनिक हैं जिन्हें वर्ष 2014 में हमास के सैनिकों ने बंधक बनाया था। दोनों सैनिकों के परिवारों ने नेतनयाहू सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बंधक बनाए गए सैनिकों को छुड़ाने के लिए कोई ख़ास कोशिश नहीं कर रही है।