तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातेमी ने कहा कि हालिया दिनों ईरान में जो घटनाएं हुईं वह अमरीकियों और उनके घटकों की कुंठा को दर्शाती हैं।
ज्ञात रहे कि ईरान के कुछ शहरों में हालिया दिनों प्रदर्शन हुए जिनमें भाग लेने वालों ने महंगाई, बेरोज़गारी तथा सरकार के कमज़ोर प्रबंधन के खिलाफ़ नारे लगाए इस बीच कुछ उपद्रवी तत्वों ने विदेशी मदद से मौक़े का फ़ायदा उठाया और उपद्रव फैला दिया।
अमरीका, ज़ायोनी शासन तथा सऊदी अरब के अधिकारियों और संचार माध्यमों ने इन प्रदर्शनों को ईरान की इस्लामी व्यवस्था के ख़िलाफ़ प्रदर्शनों का नाम दिया और एक अलग ही तसवीर पेश करने की कोशिश की लेकिन बुधवार और गुरुवार को पूरे ईरान में प्रदर्शन हुए और ईरानी जनता ने दुशमनों की साज़िशों तथा प्रदर्शनों में उपद्रवी तत्वों की हरकतों और सरकारी सम्पत्ति को नुक़सान पहुंचाने की कोशिशों की निंदा की।
आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातेमी ने तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के ख़ुतबों में कहा कि इलाक़े के देशों विशेष रूप से सीरिया और इराक़ में बार बार पराजय का मुंह देखने के बाद अमरीकी तथा उनके घटकों में कुंठा भर गई है और अब वह इस्लामी प्रतिरोध ब्लाक के ध्वजवाहक का दर्जा रखने वाले इस्लामी गणतंत्र ईरान पर वार करने के लिए मौक़े की तलाश में हैं।
तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम ने कहा कि अमरीका और उसके घटकों को यह लगता है कि उपद्रवियों का समर्थन करके वह इस्लामी गणतंत्र ईरान पर वार कर ले जाएंगे लेकिन ईरान की समझदार जनता ने हमेशा की तरह इस बार भी मैदान में उतर कर अमरीका और उसके घटकों के सारे मंसूबों पर पानी फेर दिया।
आयतुल्लाह सैयद अहमद ख़ातेमी ने कहा कि हालिया उपद्रव के संबंध में अमरीका ने योजनाकार और सऊदी अरब ने स्पांसर की भूमिका निभाई।