तुर्क राष्ट्रपति ने कहा है कि अमरीका ईरान, पाकिस्तान और अन्य मुस्लिम देशों के प्राकृतिक स्रोतों को लूटने के लिए इन देशों में हस्तक्षेप कर रहा है।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब अर्दोगान ने शुक्रवार को इंस्ताबुल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, हम ईरान और पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में अमरीका और इस्राईल के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेंगे।
मंगलवार को अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने ट्वीट करके ईरान में होने वाले प्रदर्शनों का समर्थन करते हुए हिंसा भड़काने का प्रयास किया था।
अमरीका जहां ख़ुंद दाइश जैसे ख़ूंख़ार आतंकवादी गुटों का समर्थन करता रहा है, वहीं अब पाकिस्तान को आतंकवाद का समर्थक बताकर उसके ख़िलाफ़ कार्यवाही की बात कर रहा है।
अर्दोगान का कहना था कि अमरीका और इस्राईल यह सब कुछ मुस्लिम देशों के प्राकृतिक स्रोतों को लूटने के लिए कर रहे हैं।
तुर्क राष्ट्रपति ने कहा, वाशिंगटन और तेल-अवीव प्रमुख रूप से मुस्लिम देशों को निशाना बना रहे हैं और उन्हें एक दूसरे के ख़िलाफ़ भड़का रहे हैं, इस तरह के हस्तक्षेप का नतीजा हम सीरिया, इराक़, मिस्र और लीबिया में देख चुके हैं।
वास्तव में अर्दोगान ने तेहरान के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें कहा गया था कि अमरीका, इस्राईल और सऊदी अरब देश में हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।