वर्तमान समय में संसार में सर्वाधिक अत्याचारी सरकार, अमरीकी सरकार हैः वरिष्ठ नेता

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वर्तमान समय में संसार में सर्वाधिक अत्याचारी सरकार, अमरीकी सरकार हैः वरिष्ठ नेता

आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने इस्लामी क्रांति के आयोजनों को शासन की सुदृढता का कारण बताया है।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का कहना है कि इस बार इस्लामी क्रांति की सफलता की वर्षगांठ के कार्यक्रम, देखने योग्य होंगे।

आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने ईरान की वायुसेना द्वारा स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी की बैअत करने की वर्षगांठ पर गुरूवार को तेहरान में वायुसेना के अधिकारियों के साथ भेंट की।  वरिष्ठ नेता ने कहा कि कुछ अमरीकी और ग़ैर अमरीकी नेताओं की ओर से निराधार दावों के दृष्टिगत जनता यह सोच रही है कि शत्रु घात लगाकर नए हमले की कोशिश में है।  उन्होंने कहा कि यही कारण है कि इस साल 22-बहमन अर्थात इस्लामी क्रांति की सफलता की वर्षगांठ पर जनता की उपस्थिति देखने योग्य होगी।

वरिष्ठ नेता ने इस्लामी क्रांति को वास्तविकता बताते हुए कहा कि इस समय क्रांति की सुदृढ़ता, पहले के वर्षों की तुलना में बहुत अधिक है।  उन्होंने कहा कि वर्तमान समय के क्रांतिकारी, क्रांति के आरंभिक दौर के क्रांतिकारियों की तुलना में अधिक जागरूक और दूरदर्शी हैं।  उनका कहना था कि यही कारण है कि इस्लामी क्रांति अधिक सुदृढ़ हुई है।आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अत्याचार और भ्रष्टाचार का विरोध, हमारी मूल नीति है।  उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में संसार में सर्वाधिक अत्याचारी सरकार, अमरीकी सरकार है जो दाइश जैसे दुष्टों से भी अधिक ख़ूंख़ार है।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा कि आतंकवादी गुट दाइश को अमरीका ने ही अस्तित्व दिया।  उन्होंने कहा कि अमरीका के वर्तमान राष्ट्रपति ने अपने चुनावी अभियान में इस ओर संकेत किया था।  वरिष्ठ नेता ने कहा कि अमरीकी, दाइश जैसे ख़ूख़ार गुट का गठन करने के साथ ही उसका समर्थन भी कर रहे हैं।  हालांकि अमरीकी, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकारों के समर्थन का दावा करते रहते हैं।

आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली खामेनेई ने पिछले 70 वर्षों से फ़िलिस्तीनियों पर किये जाने वाले अत्याचारों का उल्लेख करते हुए कहा कि यमन की जनता का नरसंहार भी अमरीकी अत्याचारों का खुला उदाहरण है।  उन्होंने कहा कि यमन के मूलभूत ढांचे और वहां की निहत्थी जनता पर अमरीकी हथियारों से लगातार हमले किये जा रहे हैं लेकिन अमरीकी सरकार उस ओर से पूरी तरह से निश्चेत है।  वरिष्ठ नेता ने कहा कि यही अमरीकी सरकार पूरी बेशर्मी के साथ लोहे के कुछ टुकडों को पेश करके ईरान पर यमन में मिसाइल भेजने का निराधार आरोप लगा रही है।

वरिष्ठ नेता ने क्षेत्र में इस्लामी गणतंत्र ईरान के प्रतिरोध के एक उदाहरण की ओर संकेत करते हुए कहा कि पश्चिमी एशिया में जारी प्रतिरोध को तोड़ने के लिए अमरीकियों ने यह प्रयास किया कि उसे जड़े से समाप्त कर दिया जाए किंतु हम डटे रहे और हमने कहा कि इसकी अनुमति नहीं देंगे।  आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा कि अब पूरे विश्व के लिए यह सिद्ध हो चुका है कि अमरीकी चाहते थे किंतु नहीं कर सके किंतु हम चाहते थे और हमने कर दिखाया। 

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