ईरान में भारत के वाणिज्य राजदूत ने कहा है कि ईरान को तेल की क़ीमत का भुगतान करने में भारत को कोई समस्या नहीं है और यह भुगतान यूरो के रूप में किया जाएगा।
देवेश उत्तम ने तेहरान में भारत की विशेष प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह के अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भारत ने ईरान पर प्रतिबंध के काल के अपने सभी क़र्ज़े चुका दिए हैं और अब ईरान को भुगतान के लिए उसके पास कई मार्ग हैं जिनमें से एक यूको बैंक है। उन्होंने कहा कि भारत के यूको बैंक के साथ ईरानी बैंकों के दो देशों में ज्वाइंट अकाउंट हैं और इस माध्यम से ईरान व भारत के बीच व्यापारिक लेन-देन के भुगतान में कोई समस्या नहीं आएगी।
तेहरान में भारत के वाणिज्य राजदूत ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि इस समय भारत और ईरान के बीच व्यापारिक लेन-देन का स्तर प्रतिवर्ष 12 अरब 80 करोड़ डाॅलर है, आशा जताई है कि दोनों देशों के बीच रुपये और रियाल को आधार बनाए जाने जैसे क़दमों ईरान व भारत के बीच लेन-देन की दर निर्धारित लक्ष्य यानी तीस अरब डाॅलर प्रतिवर्ष तक पहुंच जाएगी। ज्ञात रहे कि शनिवार से तेहरान में भारत की विशेष प्रदर्शनी आरंभ हुई है जिसमें खाद्य पदार्थ, इंजीनियरिंग, सूचना प्रोद्योगिकी और मशीन उद्योग से संबंधित वस्तुएं पेश की गई हैं।