रविवार पहली अप्रैल को ईरान में इस्लामी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
इस्लामी क्रांति की सफलता के बाद, पहली अप्रैल सन् 1979 को आयोजित हुए जनमत संग्रह में ईरानी जनता ने इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था के पक्ष में मतदान किया और अपने भविष्य का ख़ुद निर्धारण किया।
इस प्रकार ईरानी जनता ने यह साबित कर दिया कि देश के आंतरिक मामलों में किसी भी विदेशी शक्ति के हस्तक्षेप की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस अवसर पर ईरान की इस्लामी क्रांति की सेना आईआरजीसी ने एक बयान जारी करके ईरानी राष्ट्र को इस्लामी गणतंत्र दिवस की बधाई दी है।
इस बयान में उल्लेख किया गया है कि आज विश्व में ईरान की विशिष्ट स्थिति, क्षेत्र में ईरान के प्रभाव और मज़बूत रक्षा शक्ति के कारण, ज़ायोनी शासन और कुछ क्षेत्रीय तानाशाही सरकारें इस्लामी गणतंत्र से ईर्ष्या और दुश्मनी रखती हैं।
आईआरजीसी के बयान में आशा जताई गई है कि इस्लामी क्रांति का चालीसवां साल, इस्लामी गणतंत्र का सबसे उज्जवल साल होगा।