इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि ईरान की बढ़ती हुयी ताक़त से दुश्मन डरा हुआ है।
रविवार को ईरान के सशस्त्र बल के कमान्डरों के एक गुट ने इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई से तेहरान में मुलाक़ात की। इस अवसर पर उन्होंने रजब, शाबान और रमज़ान के महीनों की पवित्रता के मद्देनज़र इन महीनों को ईश्वर के नेक बंदों के लिए ईद बताया और इन महीनों में निहित आध्यात्म से ज़्यादा से ज़्यादा लाभ उठाने की अनुशंसा की।
इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता ने मौजूदा दौर को इस्लामी गणतंत्र के सम्मान का दौर बताते हुए कहा कि इस्लामी व्यवस्था पर अभूतपूर्व स्तर पर हमले का कारण इस व्यवस्था की दिन प्रतिदिन बढ़ती ताक़त है क्योंकि दुश्मन इस बढ़ती ताक़त से डर रहा है, इसलिए उसके हमले बढ़ गए हैं।
आयतुल्लाहिल उज़्मा ख़ामेनई ने कहा कि दुश्मनों की साज़िशों के बावजूद, इस्लामी व्यवस्था दिन प्रतिदिन ताक़तवर होती जाएगी।
इस अवसर पर ईरानी सशस्त्र बल के चीफ़ आफ़ स्टाफ़ मोहम्मद बाक़ेरी ने पिछले साल के दौरान सशस्त्र बल गतिविधियों व उपलब्धियों पर आधारित एक रिपोर्ट इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता को पेश की और नए साल में निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ज़्यादा से ज़्यादा कोशिश करने का वचन दिया।