अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस के अवसर पर भारत की राजधानी दिल्ली सहित मुम्बई, कोलकता, चेन्नई, हैदराबाद, लखनऊ और इस देश के लगभग सभी छोटे बड़े शहरों से लेकर गांव तक फ़िलिस्तीन की मज़लूम जनता के समर्थन में लोगों ने प्रदर्शन किया।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार भारत की राजधानी दिल्ली में जुमे की नमाज़ के बाद हज़ारों की संख्या में न केवल मुसलमान बल्कि सभी धर्मों के लोगों ने, पवित्र रमज़ान के अंतिम शुक्रवार को इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी द्वारा फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के अधिकारों के लिए घोषित किए गए अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस के अवसर पर, एकत्रित होकर एक आवाज़ में इस्राईल और अमेरिका के अत्याचारों के ख़िलाफ़ नारे लगाए।
दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जहां इस्राईल और अमेरिका के विरुद्ध नारे लगाए वहीं आले सऊद के ख़िलाफ़ भी जमकर नारेबाज़ी की। रैली में शामिल प्रख्यात शिया धर्मगुरू मौलाना जलाल हैदर नक़वी ने बताया कि भारत की जनता ने हमेशा से फ़िलिस्तीनी जनता और राष्ट्र का समर्थन किया है और सदैव करती रहेगी। उन्होंने कहा कि दुनिया इस्राईल और अमेरिका द्वारा फ़िलिस्तीनी जनता पर किए जा रहे अत्याचारों पर चुप्पी साधे हुए है, लेकिन हम ख़ामोश नहीं रहने वाले हैं क्योंकि ज़ुल्म के ख़िलाफ़ ख़ामोश रहने वाला भी ज़ालिम कहलाता है।
दूसरी ओर भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की ऐतिहासिक आसफ़ी मस्जिद (बड़ा इमामबाड़ा) में भी जुमे की नमाज़ के बाद भारत के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू इमामे जुमा लखनऊ मौलाना सैयद क़ल्बे जवाद नक़वी के नेतृत्व में एक विशाल प्रदर्शन हुआ। हज़ारों की संख्या में शामिल प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि क़ुद्स हमारा है और हम उसे लेकर रहेंगे।
भारत के वरिष्ठ शिया धर्मुगरू मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि इस्राईल प्रेम में अमेरिका मानवाधिकार के अधिकारों का खुला उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज मध्यपूर्व में जो भी संकट है उसका बुनियादी कारण इस्राईल और अमेरिका हैं। मौलाना जवाद ने कहा कि इन दोनों ने पूरी दुनिया की शांति को ख़तरे में डाल रखा है जिसके कारण आज हर तरफ़ आतंकवाद, युद्ध और आर्थिक संकट अपना पैर पसार रहा है।
लखनऊ के इमामे जुमा ने कहा कि अगर दुनिया विश्व में शांति चाहती है तो सबसे पहले इस्राईल को ख़त्म करना होगा। उन्होंने कहा कि एक ग़ैर क़ानूनी शासन के कारण दुनिया के सभी इंसानों की जान ख़तरे में है, इसीलिए अगर कोई चीज़ जिसका अंत होना चाहिए तो वह है इस्राईल क्योंकि इस ग़ैर क़ानूनी शासन के ही कारण पूरी दुनिया में क़ानूनी परेशानियां पैदा हुई हैं।
अतंर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस के अवसर पर एक बार फिर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदर्शनकारियों को बड़े इमामबाड़े के गेट से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं दी। इस मौक़े पर मौलाना कल्बे जवाद ने योगी सरकार पर अपना ग़ुस्सा निकालते हुए कहा कि इससे पहले की सरकार ने भी हमारे ऊपर अत्याचार ज़रूर किए थे पर हमे प्रदर्शन करने से नहीं रोका था लेकिन योगी सरकार का रवैया तो पहले की सरकार से भी अधिक ख़राब है।
लखनऊ में आयोजित हुए अंतर्राष्ट्रीय क़ुद्स दिवस के अवसर पर विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारियों ने इस्राईल और अमेरिका के झंडों को भी आग लगाई साथ ही नेतनयाहू और ट्रम्प के पुतले को भी फ़ूंककर अपना विरोध दर्ज कराया।