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नोटबंदी की दूसरी सालगिरह पर प्रदर्शनों का आयोजन

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नोटबंदी की दूसरी सालगिरह पर प्रदर्शनों का आयोजन

भारत में नोटबंदी लागू हुए आज दो वर्ष पूरे हो गए जिस असवसर पर विपक्षी दल प्रदर्शनों के लिए तैयार हैं।

नोटबंदी की दूसरी वर्षगांठ पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने नोटबंदी के फैसले को फिर ग़लत बताया है।  ममता बनर्जी ने  ट्वीट करके नोटबंदी के फैसले को ग़लत ठहराया है।  ममता ने ट्वीट में लिखा है कि 'नोटबंदी आपदा की आज दूसरी सालगिरह है।  उन्होंने लिखा है कि नोटबंदी के लागू करने के वक्त मैंने इसके दुष्परिणाम बताए थे।  उनका कहना है कि अब प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, आम लोग और विशेषज्ञ सभी मेरी कही बातों पर सहमति जता रहे हैं।  पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी ने लिखा है कि सरकार ने देश को धोखा देकर नोटबंदी घोटाला किया था।  इसने भारत की अर्थव्यवस्था और लाखों लोगों के जीवन को बर्बाद कर दिया।  ममता बनर्जी का कहना है कि जिन्होंने ऐसा किया है जनता उन्हें दंडित करेगी।

ज़ी न्यूज़ के अनुसार  दूसरी ओर भारत के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने नोटबंदी की सालगिरह पर देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।  कांग्रेस ने कहा है कि नोटबंदी के दो साल होने पर वह शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेगी।  पार्टी ने कहा है कि अर्थव्यवस्था को बर्बाद और तहस-नहस करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोगों से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दो साल पहले नोटबंदी के तुगलकी फरमान से देश की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह तबाह करने के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने के लिए कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे।

मनीष तिवारी ने कहा कि दो साल पहले आठ नवंबर को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए तकरीबन 16.99 लाख करोड़ रूपये मूल्य की मुद्रा को चलन से बाहर कर दिया।  उस तुगलकी फरमान के लिए तीन कारण दिए गए थे कि इससे काले धन पर रोक लगेगी, जाली मुद्रा बाहर होगी और आतंकवाद को वित्तीय सहायता मिलनी बंद हो जाएगी लेकिन दो साल बाद इनमें से कोई भी लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया।

तिवारी ने कहा कि आज भारतीय अर्थव्यवस्था में आठ नवंबर 2016 की तुलना में चलन में ज्यादा नकदी है।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस, आठ नवंबर 2018 को मांग करेगी कि भारतीय अर्थव्यस्था को बर्बाद तथा तहस-नहस करने के लिए प्रधानमंत्री को देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। . यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे, उन्होंने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.

ज्ञात रहे कि 8 नवंबर सन 2016 को स्थानीय समय के अनुसार रात आठ बजे भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टीवी चैनलों और रेडियो के माध्यम से ऐलान किया था कि उस समय से 500 तथा 1000 रुपयों के नोट चलने से बाहर हो जाएंगे।  मोदी का कहना था कि इन नोटों की जगह नए नोट लाए जाएंगे।  इसके बाद भारत में पुराने नोटों को बैंकों में जमा कराने के लिए अफरातफरी मच गई थी।  भारत सरकार को यह अनुमान था कि नोटबंदी के फैसले से भारत का काला धन सामने आ जाएगा, हालांकि आरबीआई के आकंड़े मुताबिक ऐसा नहीं हुआ।  भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसद में कहा था कि नोटबंदी का सीधा असर जीडीपी पर पड़ेगा, जो बाद के दिनों में सही साबित हुआ।

 

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