ईरान के इस्लामी क्रान्ति संरक्षक बल आईआरजीसी के एक वरिष्ठ कमान्डर ने कहा है कि ईरान के जलक्षेत्र में अमरीकी नौसैनिकों द्वारा अतिक्रमण की ताज़ा घटना पर विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने अमरीका से माफ़ी की मांग की है।
रियर एडमिरल अली फ़दवी ने बुधवार को कहा कि दो अमरीकी नौसैनिक नौकाएं, जिन पर 10 नौसैनिक सवार थे, फ़ार्स खाड़ी के फ़ारसी द्वीप के पास 3 किलोमीटर ईरान जलक्षेत्र में घुस आयीं। इन समय ये अमरीकी नौसैनिक आईआरजीसी की हिरासत में हैं।
आईआरजीसी के कमान्डर ने ईरानी विदेश मंत्री का हवाला देते हुए कहा, “शुरु में ही कूटनैतिक संपर्क स्थापित हुए और श्री ज़रीफ़ से बातचीत हुयी और उन्हें विवरण दिया गया।” अली फ़दवी ने कहा कि अमरीकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने भी जवाद ज़रीफ़ से संपर्क किया और उनसे नौसैनिकों की रिहाई की अपील की।
अली फ़दवी ने कहा, “श्री ज़रीफ़ ने मज़बूत दृष्टिकोण अपनाया और कहा कि वे (नौसैनिक) हमारे जलक्षेत्र में थे और आपको माफ़ी मांगनी होगी। किसी भी देश के जलक्षेत्र में उपस्थिति के लिए पहले से इजाज़त ली जानी चाहिए है और सूचित करना चाहिए।”
आईआरजीसी के कमान्डर अली फ़दवी ने कहा कि यह अतिक्रमण अमरीकी नौकाओं के नौवहन में तकनीकी ख़राबी के कारण हुआ और “उन्हें संभवतः आज़ाद कर दिया जाएगा।