Print this page

ग़ज़ा के प्रतिरोधी पत्रकार को ईरान के रेडियो महोत्सव में सम्मानित किया गया

Rate this item
(0 votes)
ग़ज़ा के प्रतिरोधी पत्रकार को ईरान के रेडियो महोत्सव में सम्मानित किया गया

अल-ख़तीब: "हम ज़ायोनियों के ख़िलाफ़ मीडिया युद्ध की अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं।

रेडियो महोत्सव "पिजवाक" के समापन समारोह में ग़ज़ा पट्टी में रेडियो ईमान के समर्पित पत्रकार "तीस़ीर अल-ख़तीब" को ज़ायोनी शासन के अपराधों की सच्चाई उजागर करने के लिए वर्षों की मेहनत के उपलक्ष्य में सम्मानित किया गया।

इस समारोह का आयोजन ईरान के राष्ट्रीय प्रसारण संगठन (IRIB) के प्रमुख पैमान जिबिल्ली की उपस्थिति में हुआ।

 इस अवसर पर अल-ख़तीब ने ग़ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनी जनता के साहसी प्रतिरोध की ओर इशारा करते हुए कहा: "हम ज़ायोनियों के ख़िलाफ़ मीडिया युद्ध की अग्रिम पंक्ति में खड़े हैं और फ़िलिस्तीन की पूर्ण स्वतंत्रता तक पीछे नहीं हटेंगे।"

 उन्होंने फ़िलिस्तीनियों के संघर्ष की क़ानूनी प्रकृति और ग़ज़ा में ज़ायोनी शासन द्वारा किए जा रहे युद्ध अपराधों के पर्दाफ़ाश पर बल दिया और ईरानी मीडिया का धन्यवाद किया कि वह उत्पीड़ित व मज़लूम फिलिस्तीनी जनता के साथ एकजुटता दिखा रहा है।

 रेडियो ईमान के इस समर्पित पत्रकार ने ग़ज़ा पट्टी में जारी सूचना नाकाबंदी का उल्लेख करते हुए कहा: "हम हर दिन शहादत के ख़तरे के बीच काम करते हैं, लेकिन जब तक एक भी फ़िलिस्तीनी बच्चा जीवित है, हम प्रतिरोध की कहानी बयान करते रहेंगे। आज ग़ज़ा, बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता का मोर्चा है।"

 जिबिल्ली ने भी रेडियो ईमान के समर्पित पत्रकार की सराहना करते हुए कहा:

"प्रतिरोध के रेडियो स्टेशन उस समय सच्चाई को दुनिया तक पहुँचा रहे हैं, जब पश्चिमी मीडिया वास्तविकताओं को सेंसर करने की कोशिश करता है।"

 इस्लामी गणराज्य ईरान के रेडियो और टेलीविज़न संगठन (IRIB) के प्रमुख ने आगे कहा: IRIB ग़ज़ा और लेबनान में प्रतिरोधी नेटवर्क के साथ मीडिया सहयोग को मज़बूत करके, ज़ायोनी शासन के अत्याचारों को और अधिक व्यापक रूप से उजागर करता रहेगा।"

 रेडियो ईमान ग़ज़ा पट्टी में उन गिने-चुने सक्रिय मीडिया संस्थानों में से एक है, जो ज़ायोनी शासन के भीषण हमलों के बावजूद सूचना-प्रसारण का कार्य जारी रखे हुए है।

 

Read 5 times