कमांडर अब्बास कुलीज़ादेह ने 12 दिन के युद्ध में तब्रिज के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सबसे बड़ी जीत जनता की वजह से मिली है। उन्होंने कहा कि दुश्मन का मकसद जनमत को भ्रमित करना, प्रतिबंध बढ़ाना और सैन्य हमले करना है, जो वह वार्ताओं के दौरान एक साथ कर रहा है।
कमांडर अब्बास कुलीज़ादेह ने 12 दिन के युद्ध में तब्रिज के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सबसे बड़ी जीत जनता की वजह से मिली है। उन्होंने कहा कि दुश्मन का मकसद जनमत को भ्रमित करना, प्रतिबंध बढ़ाना और सैन्य हमले करना है, जो वह वार्ताओं के दौरान एक साथ कर रहा है।
तब्रिज में गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए, कमांडर अब्बास कुलीजादेह ने कहा कि तब्रिज, तेहरान के बाद दूसरी सबसे बड़ी ऐसी जगह थी जहाँ इज़राइली सेना के साथ संघर्ष हुआ और यहाँ के सशस्त्र बलों ने दुश्मन को परास्त किया।
उन्होंने जनता का धन्यवाद किया और कहा कि जैसा कि हमारे महान नेता ने कहा, इस 12 दिन के युद्ध की असली जीत हमारी जनता की है जिन्होंने दुश्मनों की मंशा के विपरीत काम किया।उन्होंने कहा कि कल राष्ट्रपति का भाषण और संयुक्त राष्ट्र महासभा में इज़राइल की क्रूरताओं की तस्वीरें दिखाना सराहनीय है।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि दुश्मन के सामने ताकत ही सबसे अहम है। इतिहास में क़ाजार से लेकर पहलवी और हमारी क्रांति के दौर तक, कोई भी संधि ऐसी नहीं रही जो हमारे देश के हित में हो।
जनरल अब्बास कुलीज़ादेह ने कहा कि दुश्मन का मकसद जनता को भ्रमित करना है। अगर हम पिछले 300 सालों का इतिहास देखें तो पाएंगे कि दुश्मन की नीयत यही रही है कि जनता के विचारों को भटकाया जाए।
उन्होंने कहा कि दुश्मन ने घोषणा की है कि अगर ईरान को नहीं रोका गया तो इस दशक के अंत तक वह दुनिया की प्रमुख शक्तियों में से एक बन जाएगा।
उन्होंने बताया कि पहले के वर्षों में जब वार्ताएं चल रही थीं, तब दुश्मन ने प्रतिबंध बढ़ाए और हाल ही में वार्ता के दौरान सैन्य हमला भी किया।
अंत में उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों की एकजुटता, जिम्मेदार मांगें और अधिकारियों से उचित अपेक्षाओं के साथ हम अपने देश की समस्याओं को खुद सुलझा सकते हैं और अपनी कमजोरियों को दूर कर सकते हैं।