पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने एक हदीस में पति द्वारा अपनी पत्नी से कहे गए प्रेमपूर्ण शब्दों के प्रभाव का उल्लेख किया है।
निम्नलिखित रिवायत "वसाइल उश शिया" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال رسول اللہ صلی اللہ علیه وآله:
قولُ الرَّجُلِ لِلمَرأَةِ: اِنّي أُحِبُّكِ لا يَذهَبُ مِن قَلبِها أبدا
पैग़म्बर मुहम्मद (स) ने फ़रमाया:
स्त्री अपने पति द्वारा अपनी पत्नी से कहे गए "मैं तुमसे प्यार करता हूँ" को कभी नहीं भूलती।
वसाइल उश शिया, भाग 14, पेज 10