Print this page

भारत मे सुप्रीम लीडर के प्रतिनिधि ने दिल्ली में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की

Rate this item
(0 votes)
भारत मे सुप्रीम लीडर के प्रतिनिधि ने दिल्ली में आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की

 हिंदुस्तान में वली-ए-फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुउल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन अब्दुल-मजीद हकीम इलाही ने दिल्ली में हुए दहशतगर्दाना हमले की सख़्त मज़म्‍मत करते हुए उसे इंसानियत के ख़िलाफ़ संगीन जुर्म क़रार दिया और मुतासिरीन के अहले-ख़ाना से दिली ताज़ियत का इज़हार किया।

दिल्ली में हुए हालिया दहशतगर्दाना हमले ने जहाँ कई बेगुनाह हिंदुस्तानियों की जानें लीं, वहीं मुल्क भर में ग़म व अँदोह का माहौल क़ायम कर दिया। इस अफ़सोसनाक सानेह पर हिंदुस्तान में वली-ए-फ़क़ीह के नमायंदे हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन अब्दुल-मजीद हकीम इलाही ने एक ताज़ियती व मज़म्‍मती पैग़ाम जारी किया है।

उन्होंने कहा कि इंतिहाई अफ़सोस के साथ हमें इत्‍तिला मिली कि दिल्ली में दहशतगर्दों की जानिब से किए गए इस बुज़दिलाना हमले के बाइस मुतअद्दिद मुअज़्ज़ज़ शेहरी जान-बहक और ज़ख़्मी हुए, जिसने हमें शदीद रंज और तकलीफ़ में मुबतला कर दिया है।

हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन हकीम इलाही ने अपने पैग़ाम में वाज़ेह किया कि दहशतगर्दी का हर इक़दाम नाक़ाबिल-ए-मआफ़ी जुर्म है, जो इंसानी, अख़लाक़ी और बैनेल-अक़वामी उसूलों की सरीह ख़िलाफ़वर्जी है। उन्होंने इस हमले को “मुजरिमाना और सफ़्‍फाक़ाना” क़रार देते हुए सख़्त तरीन अल्फ़ाज़ में मज़म्‍मत की।

उन्होंने कहा कि हमारा मौक़िफ़ हमेशा से वाज़ेह रहा है कि दहशतगर्दी ख़्वाह कहीं भी हो, क़ाबिल-ए-मज़म्‍मत है, और इसके तदारुक के लिए आलमी सतह पर मुश्तरका कोशिशें ना-गुज़ीर हैं। उन्होंने दहशतगर्द अनासिर और उनके सरग़नों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कारवाई को वक़्त की ज़रूरत क़रार दिया।

हिंदुस्तान में सुप्रीम लीडर के प्रतिनिधि ने भारत सरकार, जनता और ख़ास तौर पर पसमान्दगान से दिली ताज़ियत का इज़हार करते हुए ख़ुदावंद-ए-मुतआल से जान-बहक होने वालों के लिए मग़फ़िरत, ज़ख़्मियों की जल्द शिफ़ा और अहले-ख़ाना के लिए सब्र-ए-जमील की दुआ की।

अपने पैग़ाम के इख़्तिताम पर उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि हिंदुस्तान हमेशा अम्न, इस्तिहकाम और तरक़्क़ी का मरकज़ बना रहे।

 

Read 13 times