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किसी भी सूरत में हथियार सौंपने का सवाल ही नहीं हैं।

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किसी भी सूरत में हथियार सौंपने का सवाल ही नहीं हैं।

इराक के शक्तिशाली प्रतिरोधी समूह असाएबे अहले हक के एक कमांडर ने कहा कहा कि हमारी डिक्शनरी में हथियार सौंपने जैसा शब्द नहीं है।

असाएबे अहले हक के कमांडर जावेद अल-तलीबावी ने एक लिखित और सार्वजनिक संदेश में इस आंदोलन के नेता कैस अल-खज अली को संबोधित करते हुए, एक सैनिक के तौर पर खज अली के फैसलों के प्रति अपनी पूरी निष्ठा और उन पर पूरा भरोसा जताया हैं।

उन्होंने कहा कि सभी को पता होना चाहिए कि हमारे शब्दकोष में हथियार सौंपने, प्रतिरोध से पीछे हटने या दुश्मनों द्वारा हमारे लिए बनाई गई साजिशों से अनजान बने रहने की कोई जगह नहीं है।

अल-तलीबावी ने आगे कहा कि जो कोई भी इसके अलावा कुछ और मानता है, वह हमें नहीं जानता और हमारे कमांडर की समझ और बहादुरी से अनजान है।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही असाएबे अहले हक के प्रमुख कैस खज़ अली ने सरकार के हाथों में हथियारों के एकाधिकार के बारे में बात की थी, उनके जैसे बयान अंसारुल्लाह, अल-वफा आंदोलन, इमाम अली ब्रिगेड और सय्युदश-शोहदा ब्रिगेड की तरफ से भी दिए गए थे

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