आयतुल्लाह रईसी ने उच्च धार्मिक पाठ्यक्रमों को बड़ी लगन से पढ़ते हुए धार्मिक शैक्षिक प्रणाली में उच्च स्थान प्राप्त किया जबकि न्यायशास्त्र (फ़ेक़्ह) और क़ानून में डॉक्टरेट तक की अपनी विश्वविद्यालय की पढ़ाई भी एक साथ पूरी की।
क़ुम के सर्वोच्च धार्मिक शिक्षा केन्द्र में आयतुल्लाह सैयद इब्राहीम रईसी ने आयतुल्लाह मरवी से उसूले फ़िक़्ह, आयतुल्लाह मिश्कीनी और आयतुल्लाह खज़अली से पवित्र क़ुरआन की तफ़सीर, आयतुल्लाह अहमद बहिश्ती से शरहे मंज़ूमा और फ़लसफ़ा और आयतुल्लाह मुतह्हरी से शेनाख़्त और आयतुल्लाह नूरी हमदानी से नहजुल बलाग़ा का पाठ हासिल किया जबकि धार्मिक शिक्षा केन्द्रों के अन्य प्रसिद्ध उस्तादों से शिक्षा हासिल की।
आयतुल्लाह सैयद इब्राहीम रईसी ने धार्मिक शिक्षा हासिल करते समय ही विश्वविद्यालय में एकेडमिक शिक्षा भी हासिल की और क़ानून के विषय में मास्टर डिग्री हासिल की और 1380 हिजरी शम्सी में अपने थीसेज़ तैयार करने के बाद उन्होंने डॉक्टरेट के इंट्रेंस एग्ज़ाम को अच्छे नंबरों से पास किया और न्यायशास्त्र (फ़िक़्ह) और निजी कानून में अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए शहीद मुतह्हरी विश्वविद्यालय में दाखिला लिया।
फ़िक़्ह और क़ानून के विषय में अपना शोध पूरा करके वह धार्मिक शिक्षा केन्द्र में उच्चतम स्तर की डिग्री (फ़ोर्थ ग्रेड) प्राप्त करने में सफल रहे और आख़िर में उन्होंने डाक्ट्रेट के थीसेज़ लिखे जिसका शीर्षक था (फ़िक़्ह और कानून में अस्ल और ज़ाहिर के बीच टकराव) और बेहतरीन नंबरों से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने में कामयाब रहे।
अपनी प्रमुख राष्ट्रीय ज़िम्मेदारियों के अलावा, छात्रों के साथ अपने शैक्षिक संबंध बनाए रखने के लिए आयतुल्लाह महदवी कनी और आयतुल्लाह हाज आग़ा मुजतबी तेहरानी की बारम्बार सलाह के अनुसार, 2001 से तेहरान में मज्द धार्मिक शिक्षा केन्द्र, अमीरल मोमिनीन, इमाम हुसैन धार्मिक शिक्षा केन्द्र और मरवी धार्मिक शिक्षा केन्द्रों में रसाएल और मकासिब पढ़ाते थे उसके बाद पवित्र मशहद के लिए रवाना होने के बाद, 2016 की शुरुआत में उन्होंने नव्वाब डिग्री कालेज में "फ़ेक़्हे वक्फ़" नामक विषय पढ़ाया।
आयतुल्लाह डॉ. रईसी ने इमाम सादिक विश्वविद्यालय, शहीद मुतह्हरी डिग्री कालेज और आज़ादे इस्लामी विश्वविद्यालय में मास्टर और डॉक्टरेट की क्लासों में फ़ेक़्हे क़ज़ा, फ़ेक़्हे इक़तेसाद, उसूले फ़ेक़्ह और नागरिक क़नून के विशेषों को पढ़ाया।
शैक्षिक अतीत:
क़ुम धार्मिक शिक्षा केन्द्र से फ़िक़्ह और उसूल का चौथा ग्रेड
शहीद मुतह्हरी डिग्री कालेज से क़ानून के विषय में पीएचडी
तेहरान धार्मिक शिक्षा केन्द्रों और विश्वविद्यालयों में फ़ेक़्हे क़ज़ा, फ़ेक़्हे इक़तेसाद और उच्च स्तरीय धर्मशास्त्र की किताबें पढ़ाना।
पुस्तकें:
फ़िक़्ह के नियमों की व्याख्या (न्यायिक हिस्सा)
फ़िक़्ह के नियमों की व्याख्या किताब (आर्थिक हिस्सा)
फ़िक़्ह के नियमों की व्याख्या पुस्तक (इबादत का हिस्सा)
फ़िक़्ह और क़ानून में उस विरासत का मामला जिसका कोई वारिस न हो।
फ़िक़्ह और क़ानून में अस्ल और ज़ाहिर में टकराव
फ़िक़्हे वक़्फ़
कुछ शैक्षिक भाषण:
ज़िम्मेदारी के अनेक कारण
बातिल बिक्री और उसके प्रकार
रेहेन (गिरवी) का अर्थ
कुशल प्रबंधन
प्रभावी पर्यवेक्षण
न्यायिक और आर्थिक निर्णयों का पारस्परिक प्रभाव
इस्लाम में पर्यवेक्षण और निरीक्षण का स्थान
न्याय और जीवनशैली पर इसका प्रभाव
और विश्वविद्यालयों और धार्मिक शैक्षिक केंद्रों और देश के मंत्रालयों और संगठनों के विशेष सेमिनारों में आर्थिक, प्रबंधकीय, सामाजिक और क़ानूनी विषयों पर दर्जनों शैक्षिक भाषण वग़ैरह
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाषण:
अफ़्रीक़ा में एडमिनिस्ट्रेटिव करप्शन शिखर सम्मेलन
अर्जेंटीना में संगठित अपराध विरोधी शिखर सम्मेलन
रूस के सोची में प्रशासनिक स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन
पाकिस्तान में मानवाधिकार शिखर सम्मेलन
सामाजिक परिवर्तनों में आशूरा की भूमिका पर शिखर सम्मेलन - इस्तांबुल, तुर्किये
मानवाधिकारों की रक्षा में संविधान की भूमिक पर सम्मेलन - नाइजीरिया
भ्रष्टाचार के ख़िलाफ लड़ाई में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग शिखर सम्मेलन - चीन
फिलीपींस में एंटी करप्शन शिखर सम्मेलन और एशिया के उप महानिरीक्षक के रूप में नियुक्ति
और विदेशी अधिकारियों की उपस्थिति में दर्जनों अन्य अहम बैठकें
शैक्षिक मैदान में स्थापना और गठन की गतिविधियां:
तेहरान (नस्र गली) में फ़ातेमा ज़हरा धार्मिक शिक्षा केन्द्र (लड़कियां) के संस्थापक
क़ुम धार्मिक शिक्षा केन्द्र की देखरेख में, इमाम हादी शिया समुदाय अध्ययन केंद्र के संस्थापक