सूडान में इस्लामी अंतरसंसदीय संघ के आठवें सम्मेलन के अवसर पर मिस्र के संसद सभापति अहमद फ़हमी ने ईरान के संसद सभापति डाक्टर अली लारीजानी से भेंट में ईरान और मिस्र के द्विपक्षीय संबंधों को विस्तृत किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस बात का उल्लेख करते हुए कि मिस्र की जनता ईरान के साथ सुदृढ़ संबंधों की इच्छुक है, कहा कि उनका देश ईरान की भांति सही सिद्धांतों के आधार पर आगे बढ़ रहा है और यह विषय दोनों देशों के संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का माध्यम बन सकता है। मिस्री संसद सभापति ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोग के ईरान के अधिकार पर बल देते हुए कहा कि पश्चिमी देश, ईरान और इस्राईल के बारे में दोहरा मापदंड रखते हैं। उन्होंने इसी प्रकार क्षेत्र में होने वाली क्रांतियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान की इस्लामी क्रांति की इन सब क्रांतियों का स्रोत है। इस भेंटवार्ता में ईरान के संसद सभापति ने मिस्र को क्षेत्र का एक महत्त्वपूर्ण देश बताया और आशा व्यक्त की है कि इस देश में होने वाले राजनैतिक सुधार मिस्री जनता के लिए विभूतियों और अनुकंपाओं का स्रोत बनेंगे।