मिस्र में जनता ने आज 25 जनवरी को क्रान्ति की वर्षगांठ मनाई।
मिस्री जनता की क्रान्ति से हुस्नी मुबारक की तानाशाही सरकार का अंत हो गया था। क्रान्ति लाने में मिस्री जनता एकजुट दिखाई दी थी किंतु इस समय सरकार के समर्थक और विरोधी दो धड़े तैयार हो गए हैं और जनता भी दो भागों में विभाजित है।
मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी ने अपने भाषण में कहा कि क्रान्ति ने देश को एसे युग में पहुंचा दिया है जिसमें अत्याचार की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में क्रान्ति के लक्ष्यों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।