ईरानी अधिकारी ने कहा है कि राजनीतिक से प्रेरित काम, किसी भी विषय की वास्तविकता को बदल नहीं सकता।
काज़िम ग़रीबाबादी ने कहा है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, राष्ट्रसंघ की तथाकथित तथ्यपरक टीम को मान्यता नहीं देता है।
संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के मानवाधिकार आयोग के प्रमुख ने कहा है कि उनका देश उस तथाकथित तथ्यपरक समिति को मान्यता नहीं देता है जिसका गठन राजनीतिक उद्देश्यों से किया गया है।
ग़रीबाबादी के अनुसार संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने सन 2023 में पश्चिमी देशों की अवैध मांगों का अनुसरण करते हुए मानवाधिकारों के हनन की भेंट चढे लोगों को अधिक दुख में डाल दिया। अब वह हस्तक्षेप के लिए राजनीतिक हथकण्डे में बदल गया है।
राष्ट्रसंघ मे ईरान के मानवाधिकार आयोग के प्रमुख ने कहा कि तेहरान इस बात की पुष्टि करेगा कि राजनीतिक से प्रेरित काम, किसी विषय की वास्तविकता को बदल नहीं पाएंगे।
इससे पहले राष्ट्रसंघ की तथ्यपरक समिति के संदर्भ में ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने कहा था कि ईरान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के बजाए इस समिति को पश्चिमी देशों में किये जा रहे मानवाधिकारों के हनन की जांच करनी चाहिए।
ज्ञात रहे कि ईरान में पिछले वर्ष होने वाले उपद्रव के बारे में अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए राष्ट्रसंघ की तथाकथित तथ्यपरक टीम ने ईरान में मानवाधिकारों के हनन का दावा किया है।