ज़ायोनियों ने ईसाई पर्यटकों पर हमला किया और उसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को ऐसा करने के लिए उकसाया।
यहूदी स्कूलों से जारी होने वाली रिपोर्टों के अनुसार, ज़ायोनी बच्चों को कम और छोटी उम्र से ही ग़ैर-यहूदियों से नफ़रत करना सिखाया जाता है।
जैसा कि आप वीडियो में देख सकते हैं कि ज़ायोनी कट्टरपंथी, ईसाई पर्यटकों पर हमले करने के बाद अपने बच्चों के इस नस्लभेदी काम की हिमायत भी करते हैं।
एक्स सोशल नेटवर्क यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा कि
किसी भी समाज में, अगर पुरुष इस तरह से महिलाओं पर हमला करते हैं, तो इसे तुरंत रोक दिया जाएगा! लेकिन ज़ायोनी जो चाहें कर सकते हैं और जिसे चाहें चोट पहुंचा सकते हैं, उनके बड़े बुज़ुर्ग इस बुरे काम का बचाव करते हैं, यह अविश्वसनीय है!