सऊदी अरब में राजनैतिक दमन के खिलाफ आवाज़ उठाना क़तीफ के चार जवानों को भारी पड़ा और उन्हें सऊदी तानाशाही ने लंबी अवधि के लिए कारावास की सज़ा सुनाई है।
यूरोपीय-सऊदी मानवाधिकार संगठन के डिप्टी ने घोषणा की है कि रियाज़ आपराधिक न्यायालय ने अपनी राय व्यक्त करने के लिए क़तीफ के 4 नागरिकों को जेल की सजा सुनाई है।
यूरोपीय-सऊदी मानवाधिकार संगठन के डिप्टी "आदिल अस-सईद" ने खबर देते हुए कहा कि रियाज़ की विशेष आपराधिक अदालत ने क़तीफ़ (पूर्वी अरब) के 4 मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को कुल 103 साल जेल की सज़ा सुनाई है।
इस मानवाधिकार कार्यकर्ता के अनुसार, "खिज़र अल-अवामी" को 25 साल, "अली जासिब अत-ताहिफा" को 27 साल, शेख "अब्बास अस-सईद" को 27 साल और "हुसैन अल-जायद" को भी 24 साल जेल की सज़ा सुनाई गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मानवाधिकार कार्यकर्ता अली जासिब अत-ताहिफा को 2012 से 2018 तक भी 6 साल के लिए सऊदी सरकार ने जेल में डाला था उसके बाद 2022 में भी उन्हें उनकी दुकान से गिरफ्तार किया गया था।