पाकिस्तान में इस्लामाबाद के एक आतंकवाद निरोधक न्यायालय ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ पर वर्ष २००७ में देश में आपातकाल लागू करने के दौरान कई न्यायाधीशों को नज़रबंद करने का अभियोग लगाया है।
न्यायालय ने इसी महीने अगली सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के २३ गवाहों को पेश होने का समन भी जारी किया है। मुशर्रफ़ के विरुद्ध इस मुक़द्दमे की सुनवाई सुरक्षा कारणों से उनके फ़ार्म हाऊस में बनाई गई अस्थाई जेल में की जा रही है। परवेज़ मुशर्रफ़ पर पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की हत्या और २००६ में सैनिक कार्यवाही के दौरान बलोच नेता अकबर ख़ान बुग्ती को मारने का भी अभियोग लगाया गया है।