इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के ज़िम्मेदार ने ज़ायोनी सरकार की आतंकवादी कार्यवाही में हमास के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख को शहीद करने और इसी प्रकार ग़ज़ा पट्टी में ताबेईन स्कूल पर इस्राईली हमले के संबंध में वार्ता की।
ईरान के विदेशमंत्रालय के ज़िम्मेदार अली बाक़ेरी ने बेल्जियम, नीदरलैंड, इंडोनेशिया और हमास आंदोलन के राजनीतिक कार्यालय के सहायक से अलग- अलग टेलीफ़ोनी वार्ता की।
अली बाक़ेरी ने बेल्जियम की विदेशमंत्री Hadja Lahbib के साथ टेलीफ़ोनी वार्ता में ज़ायोनी सरकार द्वारा 10 महीने से अधिक समय से किये जा रहे अपराधों और फ़िलिस्तीनियों के नस्ली सफ़ाये की ओर संकेत किया और कहा कि ज़ायोनी सरकार ने ग़ज़ा पट्टी में एक स्कूल को लक्ष्य बनाकर और इबादत के समय इस स्थान पर निर्दोष लोगों को शहीद करके और बैरूत में आवासीय क्षेत्रों पर हमला करके और तेहरान में इस्माईल हनिया को कायरतापूर्ण ढंग से शहीद करके क्षेत्र की शांति व सुरक्षा का उल्लंघन किया है।अली बाक़ेरी ने इस टेलीफ़ोनी वार्ता में कहा कि ईरान अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों के आधार पर अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा व संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिक्रमणकारी ज़ायोनी सरकार को करारा जवाब देगा।
इस टेलीफ़ोनी वार्ता में बेल्जियम की विदेशमंत्री Hadja Lahbib ने भी अपना भविष्य निर्धारित करने हेतु फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के अधिकारों का समर्थन किया और ज़ायोनी सरकार द्वारा कालोनियों के निर्माण की भर्त्सना की और कहा कि बेल्जियम बेघर होने वाले फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों का समर्थन करता है और साथ ही वह कालोनियों में रहने वाले अतिवादी ज़ायोनियों के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाये जाने का समर्थन करता है।
अली बाक़ेरी ने इसी प्रकार नीदरलैंड के विदेशमंत्री कैस्पर वेल्डकैंप के साथ टेलीफ़ोनी वार्ता में ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी सरकार द्वारा एक स्कूल पर हमले और दसियों निर्दोष लोगों के शहीद व घायल होने की ओर संकेत किया और कहा कि अगर यही अपराध ज़ायोनी सरकार के अलावा कोई और सरकार अंजाम देती तो अब तक पश्चिमी देश इंसान और मानवाधिकार की रक्षा का राग अलापने लगते।
इस्लामी गणंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के ज़िम्मेदार ने बल देकर कहा कि ज़ायोनी सरकार के अपराधों का जवाब ईरान का क़ानूनी अधिकार है और नीदरलैंड की सरकार को चाहिये कि वह ज़ायोनी सरकार के अपराधों की भर्त्सना के साथ अतिक्रमणकारी का जवाब देने हेतु ईरान के क़ानूनी अधिकार का समर्थन करे।
नीदरलैंड के विदेशमंत्री कैस्पर वैल्डकैंप ने भी कहा कि एक स्कूल पर हमला चिंता का विषय है और नीदरलैंड युद्ध विराम किये जाने, हिंसा को कम करने और ग़ज़ा पट्टी मानवता प्रेमी सहायता भेजे जाने की मांग करता है।
इसी प्रकार प्रकार अली बाक़ेरी ने इंडोनेशिया की विदेशमंत्री रेत्नो मर्सुदी के साथ टेलीफ़ोनी वार्ता में भी कहा कि वर्तमान समय में ज़ायोनी सरकार के अपराधों के कारण पश्चिम एशिया एक संकटमयी स्थिति व हालात से गुज़र रहा है और इस्लामी देशों को चाहिये कि ज़ायोनी सरकार के अपराधों के मुक़ाबले में फ़िलिस्तीन के मज़लूम लोगों की सहायता करने का मार्ग प्रशस्त करें।
इस टेलीफ़ोनी वार्ता में इंडोनेशिया की विदेशमंत्री ने भी तेहरान में ज़ायोनी सरकार की हालिया हत्या सहित दूसरे अपराधों को अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया और इस्माईल हनिया की हत्या की भर्त्सना की और उसे इस्लामी गणतंत्र ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन बताया।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्रालय के ज़िम्मेदार ने फ़िलिस्तीन के हमास आंदोलन के राजनीतिक कार्यालय के सहायक ख़लील अलहय्या से भी टेलीफ़ोनी वार्ता की और ग़ज़ा में ताबेईन स्कूल पर ज़ायोनी सरकार के नये हमले से संबंधित विस्तृत पैमाने पर ईरान के विचार- विमर्श की ओर संकेत किया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गम्भीर रूप से ज़ायोनी सरकार के ताज़ा अपराधों की भर्त्सना कराये जाने के प्रयास में है।
ख़लील अलहय्या ने भी इस टेलीफ़ोनी वार्ता में दसियों बच्चों और महिलाओं को शहीद करने में ज़ायोनी सरकार के ताज़ा अपराधों की ओर संकेत किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस आतंकवादी कार्यवाही की भर्त्सना की मांग की और इस संबंध में तेहरान के साथ विचार- विमर्श के जारी रहने पर बल दिया।