हमारे युवा देश के स्वदेशी रक्षा उद्योग के मुख्य वास्तुकार हैं: उपरक्षा मंत्री

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हमारे युवा देश के स्वदेशी रक्षा उद्योग के मुख्य वास्तुकार हैं: उपरक्षा मंत्री

ईरान के उपरक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल सैयद हुज्जतुल्लाह क़ुरैशी का कहना है: इस्लामी गणतंत्र ईरान का रक्षा उद्योग, डिज़ाइन और निर्माण के माध्यम से आंतरिक व स्वदेशी शक्ति व ताक़त तथा नवीनीकरण पर भरोसा करके सैन्य उपकरणों और पुर्ज़ों के क्षेत्र में पूरी तरह से स्वदेशी उद्योग बन गया है।

ब्रिगेडियर जनरल क़ुरैशी ने ईरान के रक्षा उद्योग दिवस के मौक़े पर कहा: आज कठोर, अवैध और ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों के बावजूद रक्षा उद्योग में प्रगति और आत्मनिर्भरता, इस्लामी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धियों में है।

ईरान के रक्षामंत्री ने कहा इस्लामी क्रांति की सफलता से पहले ईरान के सशस्त्र बल, रणनीतिक और उपकरणों के मामले में पूरी तरह से पश्चिम पर निर्भर थे।

उनका कहना था: चार दशकों के बाद ईरानी युवाओं के प्रयासों, दृढ़ संकल्प और राष्ट्रीय क्षमताओं और प्रतिभाओं पर विश्वास के साथ, सैन्य उपकरणों का डिज़ाइन और निर्माण पूरी तरह से स्वदेशी उद्योग बन गया है।

उन्होंने कहा कि ऐसी क्षमता हासिल करने से इस्लामी गणतंत्र ईरान इस क्षेत्र में एक सक्रिय और निर्णायक खिलाड़ी में तब्दील हो गया है।

उनका कहना था कि मिसाइल, एयर, एयर डिफ़ेंस, नौसेना, अंतरिक्ष, इलेक्ट्रॉनिक, साइबर और आईडी वॉर और अन्य क्षेत्रों में इस्लामी गणतंत्र ईरान के रक्षा मंत्रालय की प्रगति ने आज न केवल उपकरण प्रदान करने में आत्मनिर्भरता पैदा की है बल्कि ईरान के सशस्त्र बलों के लिए आवश्यक हथियार भी बनाने में कामयाबियां हासिल की हैं जबकि इस्लामी गणतंत्र ईरान रक्षा उत्पादों और प्रौद्योगिकी का निर्यात करने वाले देशों में एक बन गया है।

क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले परिवर्तनों का ज़िक्र करते हुए  ईरान के उपरक्षा मंत्री ने कहा: दुनिया सबसे जटिल सैन्य परिस्थितियों से गुजर रही है और बड़े और आश्चर्यजनक ख़तरों के कगार पर है।

जनरल क़ुरैशी की नज़र में वैश्विक सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन के इशारों में अमेरिकी शक्ति का पतन, राजनीतिक आर्थिक शक्ति के पैरेडाइम का पश्चिमी आधिपत्य से निकलकर स्वतंत्र राजनीतिक, आर्थिक शक्तियों में स्थानांतरण, विश्व शक्तियों की भूरणनीतिक प्रतिस्पर्धा और कुछ देशों की विदेश नीति के हथकंडों के रूप में  छद्म युद्ध और आतंकवाद का विस्तार है।

ईरान के उपरक्षा मंत्री ने कहा: अमेरिका और साम्राज्यवादी शक्तियां, दिखावे के संकट पैदा करके और दूसरों की क़ीमत पर प्रॉक्सी वॉर शुरु करके अपने लक्ष्य हासिल करने की कोशिश कर रही हैं, जैसा कि हम आज सीरिया, इराक़, अफ़ग़ानिस्तान, पूर्वी यूरोप और एशिया में देख रहे हैं।

जनरल क़ुरैशी ने कहा: निश्चित रूप से, अमेरिका के हस्तक्षेप और हमलों के परिणाम से प्रतिरोध की विचारधारा का विस्तार होगा, प्रतिरोध के क्षेत्रों का विकास होगा, आपसी अंतरमहाद्वीपीय गठबंधन का निर्माण होगा, सत्ता के नए ध्रुवों और आधिपत्य-विरोधी गुटों का गठन और दुनिया में धर्म, नस्ल और भूगोल की परवाह किए बिना अधिक स्वतंत्रता के लिए एकता और गठबंधन का निर्माण हो रहा है।

उन्होंने मित्र देशों के बीच सहयोग के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा: इसमें जो महत्वपूर्ण है वह मौजूदा अनुचित व्यवस्था के ख़िलाफ सद्भाव और एकता बनाने और बहुपक्षीयवाद की स्थापना की दिशा में आंदोलन को तेज करने के लिए स्वतंत्र देशों के संयुक्त प्रयास हैं।

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