ईरान की राजधानी तेहरान में पैग़ंबरे इस्लाम की विलादत के अवसर पर देश विदेश खास कर इस्लामी देशों के प्रतिनिधि दलों की मौजूदगी में 35वीं इस्लामिक यूनिटी कांफ्रेंस का ओजन किया गया।
इस कांफ्रेंस में अपने संबोधन में ईरान के राष्ट्रपति मसऊद पीजिश्कियान ने एकता की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा कि अगर हमारे बीच इत्तेहाद और एकता नहीं है तो ऐसी नमाज़ से क्या हासिल ? नमाज़ का एक उद्देश्य यह भी है कि हम एकजुट रहें और दुश्मन हम पर अत्याचार करते हुए हमारे संसाधनों को न लूट सके।
उन्होंने कहा कि अगर हम खुद को रसूले इस्लाम का अनुयायी बताते हैं तो देखना होगा कि क्या हमारा आचरण भी उन्ही के समान है या नहीं। हम आज भी एक दूसरे के विरोधी और दुश्मन बने हुए हैं क्या यही इस्लाम और हमारा इमान है ?