अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता पर क़ाबिज़ तालिबान एक बार फिर अपने हरकतों की वजह से मीडिया की सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। दर असल हाल ही तालिबान अधिकारियों ने ईरान और पाकिस्तान दोनों देशों के अलग अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस बीच पाकिस्तान और ईरान का राष्ट्रगान बजाए गए, लेकिन तालिबानी अधिकारी अपनी जगह से खड़े नहीं हुए, जिसके बाद उन्हें दोनों देशों की ओर से गुस्से का सामना करना पड़ा है।
पेशावर में 17 सितंबर को हो रहे एक प्रोग्राम के दौरान अफगान मिशन के दूत हाफिज मोहिबुल्लाह शाकिर समेत तालिबान अधिकारी पाकिस्तान के राष्ट्रगान के दौरान सीट पर बैठे रहे। वहीं, उसके 2 दिन बाद ईरान से भी ऐसी ही खबर सामने आई। तेहरान में हो रही इंटरनेशनल इस्लामिक यूनिटी कॉन्फ्रेंस के दौरान जब मेजबान देश ईरान का राष्ट्रगान शुरू हुआ तो सब लोग खड़े हो गए, लेकिन तालिबान प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख और उप मंत्री अज़ीज़ुर्रहमान मंसूर बैठे रहे। इस हरकत के बाद जब पाकिस्तान और ईरान की तरफ से विरोध किया गया तो तालिबान ने ईरान से माफी मांग ली, लेकिन पाकिस्तान की सफाई देकर छुट्टी कर दी।