गुजरात के सोमनाथ जिले के गिर इलाके में प्रभासपट्टन प्रशासन और पुलिस द्वारा 9 दरगाहों और मस्जिदों को तोड़े जाने के खिलाफ जनता में तीव्र आक्रोश है। मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
अल्पसंख्यक समन्वय समिति के संयोजक मुजाहिद नफीस ने मकतूब को बताया कि गुजरात के सोमनाथ जिले के गेरी इलाके में प्रभासपाटन प्रशासन द्वारा दरगाहों और मस्जिदों समेत 9 धार्मिक स्थलों को तोड़े जाने के खिलाफ लोगों में काफी गुस्सा है मुख्यमंत्री भूपिंदर पटेल को एक खुला पत्र लिखा है और इस अन्याय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रशासन भारी पुलिस बल और तोड़फोड़ उपकरणों के साथ देर रात इलाके में दाखिल हुआ वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद कि कोई तोड़फोड़ नहीं होगी, जनता उन पर विश्वास करके लौट गई, जिसके बाद पुलिस ने इलाके को घेर लिया और सुबह 4 से 5 बजे के बीच 9 दरगाहों और मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया गया।
ज्ञात हो कि हाजी मंगरोल शाह दरगाह 1924 से जूनागढ़ राज्य के राजस्व रिकॉर्ड में सूचीबद्ध है। ये सभी मामले वक्फ कोर्ट और हाईकोर्ट में लंबित हैं। समिति के सदस्य के अनुसार, इन परिस्थितियों में विध्वंस प्रक्रिया को अंजाम देना स्पष्ट रूप से अनुचित है। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी लंबित मामलों में विध्वंस प्रक्रिया पर रोक लगा दी है। समिति ने इस बात पर जोर दिया कि मामला अदालत और प्रशासन के आश्वासन के बावजूद होना चाहिए पक्ष की ओर से तोड़फोड़ की कार्रवाई मुसलमानों के साथ स्पष्ट अन्याय है, साथ ही मुख्यमंत्री से आगे की कार्रवाई रोकने की मांग की गई है। साथ ही उस कलेक्टर और अधीक्षक के खिलाफ भी जांच की मांग की गई है जिनके आदेश पर ये दरगाहें और मस्जिदें तोड़ी गईं।