हसन नसरुल्लाह की याद में दुनिया भर में मजलिसों का सिलसिला जारी

Rate this item
(0 votes)
हसन नसरुल्लाह की याद में दुनिया भर में मजलिसों का सिलसिला जारी

पूरी दुनिया की तरह जम्मू-कश्मीर में भी अंजुमन-ए-शरिया शियान के तहत सय्यद मुकावमत के इसाले सवाब के लिए मजलिसो का सिलसिला अभी भी जारी है।

जम्मू-कश्मीर के बडगाम में शहीद मुक़वमत हुज्जतुल इस्लाम वल-मुसलेमीन सय्यद हसन नसरुल्लाह की याद में जहां दुनिया भर में मजलिसों का सिलसिला जारी है। इन सभाओं में बडगाम से बड़ी संख्या में विश्वासियों ने भाग लिया और सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह खामेनेई और लेबनान के उत्साही लोगों को सांत्वना दी और शोक व्यक्त किया।

मजलिस में मीरवाइज कश्मीर मौलाना डॉ. मुहम्मद उमर फारूक साहब द्वारा शहादत पर अंजुमन-ए-शराई शिया के अध्यक्ष को लिखा गया शोक पत्र उनके प्रतिनिधि के माध्यम से पढ़ा गया।

अपने अध्यक्षीय भाषण में अंजुमन-ए-शरिया के अध्यक्ष ने  शहीदे मुकावमत की बहुमूल्य सेवाओं और बलिदानों पर प्रकाश डाला और कहा कि शहीद प्रतिरोध के पहाड़ की तरह, वह गाजा, फिलिस्तीन और उत्पीड़ित दुनिया के लिए एक मजबूत समर्थन बन रहे थे। इसीलिए धर्म और राष्ट्रीयता की परवाह किए बिना लोगों की आंखें आंसुओं से भर गईं और वे इस आदमी मुजाहिद की अथक सेवाओं को देखकर हैरान रह गए।

आगा साहब ने कहा कि भले ही उनकी शहादत ने इस्लाम की दुनिया में एक खालीपन पैदा कर दिया हो, हमें उम्मीद है कि सर्वशक्तिमान ईश्वर ने इस उत्पीड़ित राष्ट्र के लिए आशीर्वाद दिया होगा।

मजलिस के अंत में आगा हसन सफवी के नेतृत्व में इमाम बारगाह बडगाम से मुख्य अड्डे तक एक भव्य जुलूस निकला, जिसमें ज़ायोनी व्यवस्था के ख़िलाफ़ नारे लगाए गए।

 

Read 0 times