इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने ग़ज़्ज़ा पट्टी की दयनीय स्थिति के संबंध में ईरान के राष्ट्रपति और सरकार की उचित नीतियों की सराहना की है।
राष्ट्रपति और उनके मंत्रीमंडल ने सोमवार की शाम इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई से भेंट की। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता ने ग़ज़्ज़ा पट्टी की दयनीय स्थिति, फ़िलिस्तीनी जनता विशेषकर फ़िलिस्तीनी बच्चों और महिलाओं के जनसंहार की ओर संकेत करते हुए कहा कि ग़ज़्ज़ा की स्थिति वास्तव में दयनीय व दुखद है और ज़ायोनी शासन इस्लामी जगत की निश्चेतना से लाभ उठाकर यह अत्याचार रखे हुए है।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि अतिग्रहणकारी ज़ायोनियों के हाथों ग़ज़्ज़ा की जनता के जनसंहार को देखकर इस्लामी सरकारों और राष्ट्रों को जागरूक हो जाना चाहिए और अपने मतभेदों को समाप्त करते हुए एकजुट हो जाना चाहिए।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता इस अवसर पर चिंतन मनन के साथ पवित्र क़ुरआन की तिलावत, पवित्र महीने रमज़ान से भरपूर लाभ उठाने और इस महीने की विशेष दुआओं को पढ़ने और इस महीने के विशेष आमाल को अंजाम देने को ईश्वर के सथ संबंध और अपनी आंतरिक इच्छाओं पर नियंत्रण पाने के महत्त्वपूर्ण मार्गों में बताया।
इस भेंटवार्ता में राष्ट्रपति रूहानी ने सरकार की सफलताओं को जनता और इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के समर्थन का परिणाम बताया।