तेहरान के इमामे जुमा ने लाखों नमाज़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अल्लाह के लिये आंदोलन किया ताकि दीन में आ गई गुमराहियों का सुधार हो और इसी लिये कर्बला का आंदोलन इतिहास में अमर हो गया।
आयतुल्लाह काजमी सिद्दीकी ने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के शहादत दिवस के हिसाब से संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि नेफ़ाक़ व पाखंड, बेदीनी और दीन के विरोधियों से मुकाबला करना इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के आंदोलन का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि चार नवम्बर को विश्व साम्राज्यवाद से मुकाबले का राष्ट्रीय दिवस करीब आ रहा है, उन्होंने ईरान में अमेरिका के काले कारनामों की ओर इशारा करते हुए कहा कि सन 89 में तेहरान में अमेरिकी दूतावास पर कब्जा करने के बाद विश्व साम्राज्यवाद के मुक़ाबले की शुरूआत हुई। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने दूतावास को जासूसी के अड्डे में तब्दील कर दिया था जो ईरान में अमेरिका का खुल्लम खुल्ला अपराध है।
आयतुल्लाह काजमी सिद्दीकी ने कहा कि तेहरान में अमेरिकी दूतावास जासूसी और साजिशों का अड्डा था जिस पर ईरानी छात्रों ने कब्जा कर लिया था। तेहरान के इमामे जुमा ने इराकी सेना के हाथों बाबुल राज्य में जरफ़ुस सख़्र की आज़ादी को सराहते हुए कहा कि इराक़ की सेना अन्य क्षेत्रों को भी तकफीरी आतंकवादी गिरोह दाइश के कब्जे से आज़ाद कराने में सफल होगी।