ग़ज़्ज़ा में हमास के ड्रोन को प्रदर्शित किया गया है।
फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन हमास की सैन्य शाखा इज़्ज़ुद्दीम क़स्साम ने अपनी वार्षिक परेड के दौरान हमास निर्मित ड्रोन का प्रदर्शन किया।
इस परेड में हमास निर्मित ड्रोन के प्रदर्शन के साथ ही आर-160 मिज़ाइलों को भी प्रदर्शित किया गया जिन्हें ग़ज़्ज़ा युद्ध के दौरान ज़ायोनी शासन के विरुद्ध हैफ़ा में प्रयोग किया गया था। इसके अतिरिक्त हमास की परेड में एक अन्य मिज़ाइल भी प्रदर्शित किया गया है जिसपर प्रश्न चिन्ह बना हुआ है।
इस अवसर पर हमास के एक वरिष्ठ नेता महमूद अज़्ज़हार ने कहा कि इस्राईल और हर उसको जो यह समझता है कि हमास कमज़ोर हो चुका है यह जान लेना चाहिए कि वह अभी भी पूर्व की ही भांति शक्तिशाली है। उन्होंने कहा कि हम हर प्रकार के ख़तरे का मुक़ाबला करने के लिए तैयार हैं।
इसी मध्य हमास का कहना है कि उसने ईरान की सहायता से ग़ज़्ज़ा युद्ध जीता है।
फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आन्दोलन हमास ने यह बात बल देकर कही है कि ग़ज़्ज़ा के विरुद्ध ज़ायोनी शासन के 51 दिवसीय युद्ध में उसने इस्लामी गणतंत्र ईरान की सहायता से विजय प्राप्त की है।
हमास की सैन्य शाखा के प्रवक्ता अबू उबैदा ने रविवार की रात ग़ज्ज़ा में हमास के गठन की 27वीं वर्षगांठ के अवसर पर कहा कि ईरान ने ग़ज़्ज़ा युद्ध में हमारी हर प्रकार से सहायता की है। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ा युद्ध में ईरान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अबू उबैदा ने कहा कि हमास ने ईरान की सहायता और ईमान की शक्ति पर भरोसा करते हुए ज़ायोनी शासन को पराजय का स्वाद चखाया। उन्होंने कहा कि हमने ज़ायोनियों के मिरकावा टैंकों के तथाकथित भय को सदा के लिए समाप्त कर दिया। अबू उबैदा ने कहा कि हमने अप्रत्याशित कार्यवाही करके ज़ायोनी शासन को हक्का-बक्का कर दिया और हम आगे भी एसा करते रहेंगे।