अमरीकी ख़ुफ़िया एजेसीं सीआईए ने अपनी रिपर्ट में स्वीकार किया है कि इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में ड्रोन हमले सफल नहीं रहे हैं।
सीआईए की रिपोर्ट का एक भाग लीक होकर मीडिया में आ गया है जिसमें बताया गया है कि ड्रोन हमलों का बहुत सीमिति परिणाम मिल रहा है और इन हमलों से चरपमंथियों के समर्थकों की संख्या बढ़ रही है।
18 पृष्ठों के इस दस्तावेज़ पर 7 जुलाई 2009 की तारीख़ पड़ी है जो बृहस्तिवार को विकीलीक्स द्वारा सार्वजनिक किया गया है। इस दस्तावेज़ के अनुसार सीआईए के पूर्व निदेशक लियोन पैनेटा ने कहा है कि ड्रोन हमलों के परिणाम बहुत सीमित है और इन हमलों में मारे जाने वाले तालेबान नेताओं के स्थान पर तत्काल दूसरे नेता आ जाते हैं। उनका कहना था कि ड्रोन हमले उस समय उपयोगी होंगे जब उन्हें एक बड़े आप्रेशन के एक भाग के रूप में प्रयोग किया जाए।
मीडिया में यह रिपोर्ट लीक हो जाने पर सीआईए के प्रवक्ता कैली जे काल्डवेल ने कोई टिप्पणी करने से इंकार किया है।