पश्चिमी युवाओं के नाम वरिष्ठ नेता के दूसरे पत्र पर व्यापक प्रतिक्रिया का क्रम जारी है।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने रविवार की शाम, पश्चिमी युवाओं के नाम अपने एक पत्र लिखा था जिसमें विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर चिंतन करने का आह्वान किया गया है।
विश्व के विभिन्न न्यूज़ चैनलों, न्यूज़ एजेन्सियों ,वेब साइटों और समाचारों में कवरेज के अलावा, विभिन्न देशों के विशेषज्ञों ने भी इस पत्र में लिखी गयी बातों पर अपने विचार प्रकट किये हैं।
इस संदर्भ में ब्रिटेन के विश्लेषक रेडनी शेक्सपियर ने फार्स न्यूज़ एजेन्सी में अपने एक विश्लेषण में लिखा है कि ईरान के वरिष्ठ नेता ने, आतंकवादी गुट दाइश के प्रति समर्थन के अंत का काम युवाओं की ज़िम्मेदारी बताया है।
इस कैंब्रिज युनिवर्सिटी से जुड़े इस ब्रिटिश विश्लेषक ने लिखा है कि ईरान के वरिष्ठ नेता का पत्र सही रूप में पश्चिमी देशों और कुछ इस्लामी देशों की मदद से दाइश के फैलाव की शैली का वर्णन करता है।
ब्रिटेन के इस विश्लेषक ने वरिष्ठ नेता के पत्र के महत्वपूर्ण भागों का उल्लेख करते हुए लिखा है कि ईरान के वरिष्ठ नेता का विचार यह है कि हमारी पुरानी पीढ़ी की विचारधारा, कुछ अपवादों के अलावा एसी मानसिकता रखती है जिसे बड़ी आसानी से ज़ायोनी संचार माध्यमों द्वारा दिशा दी जा सकती है। इस आधार पर हमारे आगे जो रास्ते है वह नया है और यह ईरान है जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर बड़ी शांति के साथ और बड़े ही ठोस रूप में तार्किक शैली पेश कर रहा है और ईरान के वरिष्ठ नेता छात्रों और युवाओं को इस राह पर चलने का निमत्रंण देते हैं।
अमरीका के प्रसिद्ध विश्लेषक स्टीफन लिन्डमैन ने वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई के पश्चिमी युवाओं के नाम पत्र पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा है कि आयतुल्लाह ख़ामेनई मेरे लिए महत्वपूर्ण हस्ती हैं, क्योंकि वह खुल कर बात करते हैं और जो कहते हैं वह करते भी हैं। आयतुल्लाह ख़ामेनई और पुतीन अमरीका व इस्राईल की नीतियों के विरोधी हैं और दूसरी ओर बराक ओबामा और नितिन्याहू, क्रम के साथ झूठ बोलते हैं।आयतुल्लाह खामेनई की टिप्पणियां, अमरीकी हितों के अनुसार नहीं हैं। वह अमरीका व इस्राईल के विरोध में सब से आगे हैं और मैंने कई बार उनके कथनों का उल्लेख किया है।
किंतु इस्राईली संचार माध्यमों की प्रतिक्रिया भिन्न रहीः
इस्राईल टाइम्स ने लिखा है कि ईरान के नेता ने रविवार को अपने एक पत्र में इस्राईल पर गत ६० वर्षों के दौरान अत्याधिक जघन्य आतंकवाद का आरोप लगाया और इस आतंकवाद को पेरिस हमलों से कई गुना अधिक बर्बर भी कहा है।
वरिष्ठ नेता का यह पत्र पढ़ने के लिए क्लिक करें.
इस्राईल टाइम्स ने लिखा है कि ईरान के नेता ने पश्चिमी युवाओं के नाम अपने पत्र में पेरिस के आतंकवादी आक्रमण का उल्लेख किया और लिखा है कि इस्राईली कालोनियों के निर्माण से अधिक क्रूरता कुछ नहीं है।
समाचार पत्र ने लिखा है कि ईरान के नेता ने फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों पर इस्राईली सैनिकों की फायरिंग को एक प्रकार का आतंकवाद कहा है।