शत्रु धर्म और जाति द्वारा मतभेद उत्पन्न कर रहा है। वरिष्ठ नेता

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शत्रु धर्म और जाति द्वारा मतभेद उत्पन्न कर रहा है। वरिष्ठ नेता

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि शत्रु धर्म और जाति द्वारा मतभेद उत्पन्न कर रहे हैं।

इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने पीशमर्गा कुर्द सेना के शहीदों की याद में आयोजित सम्मेलन के आयोजकों से भेंट में एक बयान दिया था जिसे सोमवार को सननदज नगर में सम्मेलन के दौरान पढ़ा गया।

वरिष्ठ नेता ने  युद्ध के मैदान में कुर्द पीशमर्गा के जवानों के साहस की सराहना करते हुए कहा कि ईरान में क्रांति के आरंभिक वर्षों में क्रांति के शत्रुओं ने ईरान के कुर्दिस्तान क्षेत्र में अशांति फैलाने का भरपूर प्रयास किया यहां तक कि कई कुर्द धर्मगुरुओं को शहीद भी कर दिया गया किंतु उनकी साज़िश नाकाम रही।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस्लाम के शत्रु धार्मिक उन्मान फैलाकर और शीआ सुन्नी की बात करके मुसलमानों में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं और खेद की बात है कि कुछ लोग, उनकी बातों से धोखा खा रहे हैं।

वरिष्ठ नेता ने कहा कि जो लोग भी, सुन्नी मुसलमानों से हमदर्दी प्रकट करते शीआ मुसलमानों को निशाना बनाते हैं वास्तव में उन्हें इस्लाम और सुन्नी मुसलमानों से कोई रूचि नहीं होती और इसी प्रकार शीआ मुसलमानों में जो लोग धार्मिक भावनाओं को बढ़ाते हैं उनका संबंध धर्म से नहीं होता।

वरिष्ठ नेता ने इराक में सुन्नी मुसलमानों के लिए अमरीकी कांग्रेस के हालिया प्रस्ताव की ओर संकेत करते हुए सवाल किया कि क्या वास्तव में अमरीकियों को सुन्नी मुसलमानों की चिंता है?

वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह लोग हर उस चीज़ के दुश्मन हैं जिसमें इस्लाम की झलक हो , उनके लिए शीआ सुन्नी में कोई अंतर नहीं है बल्कि शीआ सुन्नी की बात केवल मुसलमानों को आपस में लड़ाने और उनमें फूट डालने के लिए करते हैं।

 

 

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