इस्राइली युद्धक विमानों ने ग़ज़्ज़ा के सुन्सान पड़े हुए अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास कम से कम 5 स्थानों पर बमबारी की।
इस्राइली वायु सेना ने यह बमबारी बुधवार को दक्षिणी शहर रफ़ह के निकट स्थित इस हवाई अड्डे और उसके आस-पास स्थित खेतों पर की।
इस अतिक्रमण के बाद हमास की सैन्य शाखा क़स्साम ब्रिगेड ने एक बयान में चेतावनी दी कि हम ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी शासन के निरंतर अतिक्रमण को सहन नहीं करेंगे। शत्रु ग़ज़्ज़ा से तुरंत निकल जाए।
फ़िलिस्तीन के इस्लामी जेहाद आंदोलन ने भी ग़ज़्ज़ा की सीमा पर किसी प्रकार के टकराव के अंजाम की ओर से इस्राईल को सचेत किया है।
हमास के प्रवक्ता सामी अबू ज़ोहरी ने कहा, “हमास पूर्वी ग़ज़्ज़ा में टकराव और उसके अंजाम के लिए इस्राइल के अतिग्रहण को पूरी तरह ज़िम्मेदार समझता है।”
बुधवार को इससे पहले इस्राइली सैनिकों ने जो ग़ज़्ज़ा की सीमा पर टैंकों के तैनात थे, पूर्वी ग़ज़्ज़ा के शुजाइया इलाक़े में हमास की अनेक सुरक्षा चौकियों को निशाना बनाते हुए कई क्षेत्रों पर गोले बरसाए। इस गोलाबारी में एक फ़िलिस्तीनी का घर तबाह हो गया।
हमास के वरिष्ठ अधिकारी मुशीर अलमिस्री ने इन हमलों को ख़तरनाक बताया है।
30 अप्रैल 2016 की इस तस्वीर में फ़िलिस्तीनी आदमी 50 दिवसीय युद्ध में तबाह हुयी इमारत के मलबे को हटाते हुए
ग़ज़्ज़ा की इस्राईल ने 2007 से नाकाबंदी कर रखी है। इस नाकाबंदी के कारण इस घनी आबादी वाले इलाक़े में निर्धनता व बेरोज़गारी अपने चरम पर पहुंच गयी है। इसके अलावा 2008 से अब तक इस्राईल तीन बार ग़ज़्ज़ा पर युद्ध थोप चुका है जिसमें 2014 का 50 दिवसीय विनाशकारी युद्ध भी है कि इस युद्ध में 2200 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी शहीद और 11000 से ज़्यादा घायल हुए थे।