विश्व क़ुद्स दिवस पर तेहरान में आयोजित रैली की एक तस्वीर
फ़िलिस्तीन पर इस्राईल के अतिग्रहण के ख़िलाफ़ शुक्रवार को विश्व क़ुद्स दिवस के अवसर पर ईरान सहित दुनिया के बहुत से देशों में लोगों ने रैलियाँ निकालीं जिसमें दसियों लाख लोगों ने भाग लिया। इन रैलियों में भाग लेकर लोगों ने फ़िलिस्तीन की पीड़ित जनता के प्रति एकता दर्शायी और इस्राइल के अत्याचार की भर्त्सना की।
राजधानी तेहरान और देश के 850 दूसरे शहरों में स्थानीय समयानुसार 10 बजकर 30 मिनट पर विश्व क़ुद्स दिवस की रैलियाँ निकलना शुरु हुयीं। राजधानी तेहरान में 42 डिग्री सेल्सियस की चिलचिलाती धूप में लाखों की संख्या में रोज़ादारों ने भाग लेकर फ़िलिस्तीन के प्रति एकता का दिखाई।
ईरान में आयोजित रैलियों में यहूदी समुदाय सहित ग़ैर मुसलमान समुदाय के लोगों ने भी भाग लिया।
ईरान की इस्लामी क्रान्ति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रहमतुल्लाह अलैह ने फ़िलिस्तीन पर इस्राईल के अतिग्रहण की समाप्ति और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन करने के लिए पवित्र रमज़ान के अंतिम शुक्रवार को विश्व क़ुद्स दिवस घोषित किया ताकि इस दिन पूरी दुनिया में इंसानियत का दर्द रखने वाले रैलियां निकालें।
तेहरान में शुक्रवार को आयोजित विश्व क़ुद्स दिवस की रैली में राष्ट्रपति रूहानी भी शामिल हुए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ईरानी राष्ट्र ने इन रैलियों में भाग लेकर यह संदेश दिया है कि फ़िलिस्तीनी अतिग्रहण व अत्याचार के ख़िलाफ़ संघर्ष में अकेले नहीं हैं।
विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ भी विश्व क़ुद्स दिवस की रैली में शामिल हुए। उन्होंने कहा, “क्षेत्र सहित दुनिया भर के मुसलमान ज़ायोनी शासन को न सिर्फ़ इस्लामी जगत बल्कि अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा ख़तरा समझते हैं।”
1 जुलाई 2016 को विश्व क़ुद्स दिवस की पवित्र नगर मशहद में आयोजित रैली की तस्वीर
दुनिया के बहुत से देशों में विश्व क़ुद्स दिवस की रैलियां
विश्व क़ुद्स दिवस पर इराक़, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और मलेशिया में रैलियाँ निकाली गयीं। इसी प्रकार यूरोप में जर्मनी, इंग्लैंड, फ़्रांस, नेदरलैंड, स्वीज़रलैंड, कैनडा और अमरीका (यूएसए) के 14 राज्यों में रैलियों के आयोजन का कार्यक्रम है।