ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने आज सुबह स्थानीय समय के अनुसार 8 बजे अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने आज सुबह हुसैनिये इमाम ख़ुमैनी में पत्रकारों की उपस्थिति में कहा कि मैं सिफारिश करता हूं कि जितनी जल्दी संभव हो लोग उतनी जल्दी अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
सर्वोच्च नेता ने बल देकर कहा कि मैं दो सिफारिशें करता हूं मेरी पहली सिफारिश लोगों से यह है कि कुरआन ने हमसे कहा है कि فاستبقوا الخیرات नेक काम में प्रतिस्पर्धा करो और दूसरे से आगे जाने की कोशिश करो, मैंने पिछले चुनाव में भी कहा था और आज भी बल देकर कह रहा हूं कि जल्द से जल्द इस अवसर से लाभ उठायें और जितनी जल्दी हो सके अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने कहा कि मेरी दूसरी सिफारिश यह है कि जिस मतदान केन्द्र पर भी मत दें जिस संख्या में उस मतदान केन्द्र पर मत ज़रूरी हैं उस संख्या में मतदान करें उससे कम मत न दें मिसाल के तौर पर तेहरान में सर्वोच्च नेतृत्त का चयन करने वाली परिषद को 16 प्रतिनिधियों को वोट देने की ज़रूरत है तो 16 मत दें उससे कम नहीं।
सर्वोच्च नेता ने कहा कि ईरानी लोगों को जान लेना चाहिये कि आज दुनिया के बहुत से लोगों की नज़रें ईरान और आप पर लगी हैं और वे यह जानना व देखना चाहते हैं कि आप चुनावों में क्या करते हैं और आपके चुनाव का नतीजा क्या होता है। उन्होंने कहा कि हमारे दोस्तों और ईरानी राष्ट्र से प्रेम करने वालों और इसी प्रकार ईरानी राष्ट्र का बुरा चाहने वाले सबकी नज़रें ईरान पर लगी हुईं हैं इस बात पर ध्यान दीजिये। दोस्तों को प्रसन्न व खुशहाल कीजिये और बुरा चाहने वालों को निराश। इसी प्रकार इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता ने मतदान में भाग लेने में असमंजस का शिकार लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी आखिरी बात यह है कि नेक काम में इस्तेखारा करने की कोई ज़रूरत नहीं है।