ईरान की एक अदालत के आदेश के बाद अमरीकी तेल ले जाने वाले एक टैंकर को आधिकारिक रूप से ज़ब्त कर लिया गया है। अमरीकी तेल कार्गो फ़ारस की खाड़ी में मार्शल आइलैंड्स फ़्लैग वाले जहाज़ एडवांटेज स्वीट द्वारा ढोया जा रहा था। अप्रैल 2023 में एक ईरानी बोट से टकराने के बाद, ईरान ने इस तेल टैंकर को रोक लिया था।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस तेल कार्गो को ईरान की एक अदालत के आदेश के बाद ज़ब्द किया गया है, जिसने एपिडर्मोलिसिस बुलोसा (ईबी) से पीड़ित रोगियों या बटरफ्लाई रोगियों की शिकायत पर सुनवाई करते हुए यह फ़ैसला सुनाया है ।
एक दुर्लभ त्वचा रोग से पीड़ित रोगियों ने अमरीकी प्रतिबंधों द्वारा उपचार में होने वाली समस्याओं को लेकर अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था। अपनी शिकायत में ईबी रोगियों ने अमरीकी प्रतिबंधों के कारण होने वाले नुक़सान की भरपाई किए जाने की मांग की थी।
शिकायत में रोगियों ने कहा था कि पश्चिमी प्रतिबंधों विशेष रूप से अमरीका के ग़ैर क़ानूनी और एकपक्षीय प्रतिबंधों ने स्वीडिश कंपनी द्वारा ईरान को दवाएं बेचने से रोक दिया है, जिससे उन्हें गंभीर शारीरिक और मानसिक नुक़सान पहुंच रहा है।
हालिया वर्षों में इस्लामी गणतंत्र ईरान के अधिकारियों ने ईरान में कुछ रोगियों सहित लोगों के स्वास्थ्य पर अमरीकी प्रतिबंधों के प्रभाव के बारे में बार-बार चेतावनी दी है, और इस बात पर ज़ोर दिया है कि यह प्रतिबंध प्रतिदिन रोगियों की मृत्यु का कारण बन रहे हैं।
पश्चिमी देशों, विशेषकर अमरीका का दावा है कि यह दवा कभी भी प्रतिबंध सूची में नहीं थी; फ़ारस की खाड़ी में एक अमरीकी तेल कार्गो की ज़ब्ती की घोषणा के जवाब में, अमरीकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बार फिर दावा किया है कि ईरान के खिलाफ़ अमरीकी प्रतिबंधों में कभी भी दवा शामिल नहीं थी, और अब भी नहीं है।
इस बीच, बैंकों पर प्रतिबंध और ईरान के मौद्रिक विनिमय में पैदा हुई समस्याओं ने विशेष और लाइलाज बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए दवा प्राप्त करना कठिन और कुछ मामलों में असंभव बना दिया है। इन प्रतिबंधों का परिणाम ईरान में बटरफ़्लाई रोगियों के साथ-साथ थैलेसीमिया और कैंसर से पीड़ित हज़ारों रोगियों के जीवन के लिए ख़तरा है।