हिज़्बुल्लाह ने ज़ायोनी शासन की सामरिक बस्ती करियात शमूना पर दो कट्यूशा राकेटों और गाइडेड मिसाइलों से हमला किया। अफ़ीफ़ीम और कुछ दूसरी ज़ायोनी बस्तियों पर भी हिज़्बुल्लाह ने हमला किया।
यह हमला लेबनान के आवासीय क्षेत्रों पर ज़ायोनी शासन के हमलों के जवाब में किया गया। इस्राईली मीडिया ने एलान किया कि यह 2006 में होने वाले 33 दिवसीय युद्ध के बाद से अब तक का सबसे बड़ा हमला था।दक्षिणी लेबनान से इन ज़ायोनी बस्तियों पर 100 से अधिक मिसाइल फ़ायर किए गए।.....ज़ायोनी मीडिया के रिपोर्टर ने कहा कि हम नहीं चाहते कि 7 अक्तूबर जैसा हमला अब उत्तरी इलाक़ों में हो जाए। यहां सुरक्षा नाम की कोई चीज़ नहीं है किसी भी क्षण हिज़्बुल्लाह के मिसाइल गिरते हैं। हिज़्बुल्लाह ने अपने हमले जारी रखते हुए ज़ायोनी सैनिकों के एकत्रित होने की चार जगहों पर हमले किए। तैहात टीले पर ज़ायोनी सेना के दो मिरकावा टैंक भी हिज़्बुल्लाह के हमले का निशाना बने। शबआ और कफ़र शूबा में भी ज़ायोनी सेनाओं के ठिकानों पर हिज़्बुल्लाह के राकेट गिरे।....दक्षिणी लेबनान के एक नागरिक ने बहादुरी का परिचय देते हुए कहा कि हमारे इलाक़ों पर ज़ायोनी सेना के हमले होते हैं लेकिन हम अपने इलाक़ों को छोड़ने वाले नहीं हैं। हिज़्बुल्लाह ज़ायोनियों से हर हमले का इंतेक़ाम लेने में पूरी तरह सक्षम है।....दक्षिणी लेबनान में आठ जगहों पर ज़ायोनी सेना के युद्धक विमानों ने हमले किए। हौला पर इस बमबारी में एक परिवार के तीन लोग शहीद हो गए। एक अन्य हमले में चार लोग घायल हो गए। हिज़्बुल्लाह ने कहा है कि दक्षिणी लेबनान के आवासीय इलाक़ों पर ज़ायोनी सेना के हमलों के जवाब में हिज़्बुल्लाह ने कहा है मक़बूज़ा उत्तरी फ़िलिस्तीन के इलाक़ों में ज़ायोनी बस्तियों पर हमलों का दायरा बढ़ाया जाएगा।