भारत ने मालदीव के पास अपना "नया नौसैनिक अड्डा" खोल दिया है। भारत ने मालदीव से तनाव बढ़ने के बाद उसके पास अपना नया नौसैनिक अड्डा खोल दिया है।
अतीत में भारत के साथ मालदीव का परंपरागत रूप से घनिष्ठ संबंध रहा है मगर अक्टूबर में नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के चुने जाने के बाद से संबंध बिगड़ गए हैं।
भारत ने मालदीव के पास अपना एक नया नौसैनिक अड्डा (नेवल बेस) बना दिया है, जहां से सभी तरह के समुद्री ऑपरेशन व युद्ध को अंजाम दिया जा सकता है। मालदीव और चीन दोनों वहां से भारत की जद में आ गए हैं। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ने मालदीव और चीन में बढ़ती घनिष्ठता का जवाब देने के लिए यह बड़ा कदम उठाया है।
मालदीव से तनावपूर्ण संबंधों के बीच और बीजिंग पर नजर रखते हुए भारत ने बुधवार को यह नया नौसैनिक अड्डा खोला है।
ज्ञात रहे कि भारत ने मालदीव के करीब अपने हिंद महासागर द्वीप पर इस नए नौसैनिक अड्डे को खोला है। ऐसा माले के साथ तनावपूर्ण संबंध बने होने और चीन के साथ मालदीव की निकटता बढ़ने के मद्देनजर किया गया है।
लक्षद्वीप द्वीपसमूह के मिनिकॉय द्वीप पर यह नया नेवल बेस वर्षों से निर्माणाधीन था। अब इसे बुधवार को पूरा कर लिया गया। यह नौसैनिक अड्डा भारत के पश्चिमी तट पर सबसे दूर का बेस है। हालांकि दशकों से द्वीप पर नौसेना की छोटी टुकड़ी की उपस्थिति रही है। मगर भारत ने अब ऐसे वक्त में इसका उद्घाटन किया है जब मालदीव ने भारत पर अपने लगभग 80 सैनिकों को वापस बुलाने के लिए दबाव डाला है। यह सैनिक भारत ने दक्षिणी पड़ोसी राष्ट्र मालदीव को दिए गए तीन विमानों पर तकनीकी और चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए तैनात किए थे।